नई दिल्ली: स्वाति मालीवाल के मामले पर महिला नेताओं के प्रतिक्रयाएं सामने आ रही हैं. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्वाति मालीवाल पर दबाव है. उधर, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का कहना है कि सीएम केजरीवाल इस मामले में जरूर एक्शन लेंगे. वहीं, बीजेपी नेता शाजिया इल्मी और सायना एनसी भी स्वाति मालीवाल के समर्थन में आगे आईं हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, 'सच्चाई यह है कि स्वाति मालीवाल ने (घटना के बाद) 3-4 दिनों तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई, इसका मतलब है कि उन पर उच्च स्तर से दबाव था. यह मानने का कारण है कि उस पर पर्याप्त दबाव था और शायद अब भी है.'
वहीं बीजेपी नेता शाइना एनसी ने कहा है कि, 'जब किसी महिला के साथ कोई अत्याचार, छेड़छाड़ या शोषण होता है तो एफआईआर दर्ज करना बहुत जरूरी है। स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख रह चुकी हैं और अब राज्यसभा सांसद हैं। लेकिन उनकी अपनी पार्टी में ये हाल है. ऐसे में इससे सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं. हम मांग करते हैं कि सच्चाई सबके सामने आए और आम आदमी पार्टी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे क्योंकि यह एक गंभीर मामला है.'
उनके अलावा बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि, 'वे राजनीतिक फायदे के लिए इसका बचाव कर रहे हैं. उन्हें (स्वाति मालीवाल) पीटा गया है. बिभव कुमार का काम अरविंद केजरीवाल की बात मानना है. मैंने भी उस व्यक्ति के दुर्व्यवहार को सहन किया है. इस बार उन्होंने हद कर दी. क्या आपके पीए द्वारा एक महिला को पीटना उचित है? उन्होंने आगे कहा कि, केजरीवाल को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. उनके लिए उस कुर्सी को बरकरार रखना ठीक नहीं है. महिला सहकर्मी की पिटाई के बाद केजरीवाल के पास सीएम बनने का कोई कारण नहीं है. उन्हें माफी मांगकर इस्तीफा देना चाहिए और तत्काल आपराधिक कार्रवाई होनी चाहिए. कोई ये ना सोचे कि ये विभव ने किया है. ये सब अरविंद केजरीवाल ने किया है. विभव ने यह बदसलूकी अरविंद केजरीवाल के आदेश पर की है.'