नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में एक स्वागत समारोह की मेजबानी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों स्वागत समारोह में भाग लेने वाले कई गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे. रिसेप्शन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी पत्नी सुदेश धनखड़, भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'आज हम दुनिया के सामने एक साथ खड़े हैं. दो महान गणतंत्र, जिनका मानव प्रगति में विशिष्ट योगदान है. जो विचारों में स्वतंत्र, नीतियों में जिम्मेदार और दुनिया की जरूरतों के प्रति संवेदनशील हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी मित्रता की सहजता और हमारी साझेदारी की ताकत हमारे भविष्य की यात्रा को उज्जवल करेगी.'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'ये कई मायनों में एक ऐतिहासिक और यादगार क्षण है. शायद ही ऐसा कभी हुआ होगा कि दो देशों के नेता लगातार एक-दूसरे के देशों के राष्ट्र समारोह में मुख्य अतिथि रहे... आज ही के दिन भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त करने के दो साल बाद विश्व का सबसे बड़ा हस्तलिखित संविधान लागू किया था...'
राष्ट्रपति ने कहा कि 'खानपान के मामले में हम अपनी-अपनी विशेषताओं से एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं. जिस तरह फ्रांस में प्राचीन भारतीय भाषा और वैदिक अध्ययन के दिग्गज विद्वान हैं, उसी तरह भारतीय छात्रों में फ्रांसीसी भाषा बहुत लोकप्रिय है. सिनेमा की तरफ देखें तो वहां भी भारत और फ्रांस जुड़े हुए हैं... '