दरभंगा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरभंगा की रैली में गोधरा कांड का नाम लिया. उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब गोधरा में कारसेवकों को ट्रेन में जलाया जा रहा था, उस समय शहजादे के पिता (लालू यादव) रेल मंत्री थे. जो आज जेल की सजा काट रहे हैं. उस समय तत्कालीन रेल मंत्री ने एक ऐसी कमेटी बनाई जिसने कार सेवकों की हत्या करने वाले को निर्दोष बताया. पूरी दुनिया को पता था की कार सेवकों को जिंदा जलाया गया था, लेकिन तत्कालीन रेल मंत्री ने कार सेवकों पर ही दोष मढ़ने की साजिश रचने का काम किया.
''शहजादे के पिता ने गोधरा के दोषियों को बचाने के लिए एक कमेटी बनाई. तब बेन राजी कमेटी बनाई. उनसे ऐसा रिपोर्ट लिखवाया कि 60 कारसेवकों के आरोपी निर्दोष छूट जाएं. लेकिन उस वक्त के रेल मंत्री जो अभी चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे हैं, उनकी मंशा कामयाब नहीं हुई और कोर्ट से गोधरा के दोषियों को फांसी की सजा भी हुई. तब कारसेवकों पर दोष मढ़ने की साजिश रची गई थे. यही इनका इतिहास है. यही इनकी सच्चाई है.''-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
'गोधरा कांड पर लालू ने रची थी 'जांच' की साजिश' : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आरजेडी का इतिहास सामाजिक न्याय का मुखौटा लगाकर हमेशा तुष्टिकरण करने का रहा है. रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने गोधरा कांड की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक जज की कमेटी बनाई थी. उस कमेटी से तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने ऐसी रिपोर्ट लिखवाई की आरोपी निर्दोष छूट जाएं. लेकिन अदालत ने उनकी इस रिपोर्ट को कूड़े में फेंक दिया. और उन आरोपियों को फांसी तक की सजा हो गई. पूरी दुनिया को मालूम था कि कारसेवकों को कैसे जलाया गया था. लेकिन तब फर्जी जांच रिपोर्ट बनवाकर कार सेवकों पर ही दोष मढ़ा गया.