केवड़िया: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के दौरान इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन्होंने देश से मौजूदा चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी एकता को मजबूत करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के 'आकाओं' को अब पता चल गया है कि भारत को नुकसान पहुंचाने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि भारत उन्हें नहीं छोड़ेगा. मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में चुनौतियों के बारे में भी बात की और इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने 'बातचीत, विश्वास और विकास' के माध्यम से अलगाववाद से प्रभावी ढंग से निपटा है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए बोडो और ब्रू-रियांग समझौतों की प्रशंसा की और कहा कि त्रिपुरा के नेशनल लिबरेशन फ्रंट के साथ समझौते ने लंबे समय से चली आ रही अशांति को हल कर दिया है. 'भारत शांति, विकास और समृद्धि के साथ आगे बढ़ रहा है.
जम्मू-कश्मीर के लोगों के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अलगाववाद और आतंकवाद के सदियों पुराने एजेंडे को नकार दिया है. उन्होंने भारत के संविधान और भारत के लोकतंत्र को विजयी बनाया है. उन्होंने अपने वोट से 70 साल से चल रहे दुष्प्रचार को खत्म कर दिया है. आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को सलाम करता हूं. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले एक दशक में राष्ट्रीय एकता के लिए कई खतरों का समाधान किया गया है.