रांची: 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हजारीबाग प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला कार्यक्रम विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. दोपहर के 1 बजकर 55 मिनट में जेपी हेलीपैड पर पीएम का हेलीकॉप्टर लैंड करेगा. दोपहर 2:00 बजे पीएम मोदी विनोबा भावे विवि में सरकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे और 45 मिनट तक यहां कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद गांधी मैदान मतवारी के लिए 2:45 में प्रस्थान करेंगे. गांधी मैदान में पार्टी के द्वारा आयोजित परिवर्तन रैली का समापन होगा. झारखंड में होने वाले चुनाव का भी वह शंखनाद करेंगे. शाम 5:05 बजे हेलीपैड से रांची के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हेलीकॉप्टर से रवाना हो जाएंगे. 5:45 बजे विशेष विमान से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से पीएम दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे. हजारीबाग में प्रधानमंत्री 3 घंटा 10 मिनट अपना समय देंगे.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय में पीएम का कार्यक्रम
विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के प्रांगण में अवस्थित मैदान में जनजातीय कार्य मंत्रालय के कार्यक्रम का आयोजन होगा. देश का सबसे बड़ी योजना हजारीबाग की धरती से प्रधानमंत्री 2 अक्टूबर को लॉन्च करेंगे. 18 सितंबर के कैबिनेट में योजना पास किया गया था. हजारीबाग पहुंचे केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने बताया कि 750 जिला में से 549 जिला इस योजना से आच्छादित होगा. जिसमें 2911 प्रखंड है. अगर गांव की बात की जाए तो 63843 गांव शामिल होंगे. इस योजना में 17 मंत्रालय को सम्मिलित किया गया है. योजना जनजाति विभाग के जरिए संचालित की जाएगी.
83,300 करोड़ रुपए की योजना का शिलान्यास और उद्घाटन
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारीबाग में 83,300 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. पीएम 40 एकलव्य स्कूलों का उद्घाटन और 25 एकलव्य स्कूलों की आधारशिला रखेंगे. कमजोर जनजातीय समुदाय से संवाद करेंगे और उन्हें कई सौगात देंगे. पीएम-जनमन के तहत 1360 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी इस दौरान किया जाएगा. इसमें 1380 किलोमीटर से अधिक सड़कें, 120 आंगनबाड़ी, 250 बहुउद्देशीय केंद्र और 10 स्कूल छात्रावास शामिल हैं. इसके अलावा 3,000 गांवों में 75,800 से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के घरों का विद्युतीकरण, 275 मोबाइल मेडिकल इकाइयों का संचालन और 500 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन की शुरुआत होगी.