नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल्ड से सम्मानित किया गया. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को स्थित क्रेमलिन के सेंट कैथरीन हॉल में पीएम मोदी को अवॉर्ड से सम्मानित किया. पीएम मोदी को यह पुरस्कार वर्ष 2019 में दिया गया था, लेकिन उन्होंने अब व्यक्तिगत रूप से हासिल किया.
पीएम मोदी को यह सम्मान रूस और भारत के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी और दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के विकास में उनके विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया और कहा कि वह इसे भारत के लोगों को समर्पित करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान अकेले मेरा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. भारत-रूस के बीच सदियों पुरानी गहरी मित्रता और आपसी विश्वास का सम्मान है. यह हमारी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी का सम्मान है.
उन्होंने कहा कि पिछले ढाई दशकों में आपके (पुतिन) नेतृत्व में भारत-रूस संबंध हर दिशा में मजबूत हुए हैं और हर बार नई ऊंचाइयों को छूए हैं. आपने दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की जो नींव रखी थी, वह समय बीतने के साथ और मजबूत हुई है. लोगों की भागीदारी पर आधारित हमारा आपसी सहयोग दोनों देशों के लोगों के बेहतर भविष्य की आशा और गारंटी बन रहा है.
भारत-रूस के संबंध पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण...
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत-रूस के संबंध न केवल दो देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. आज के वैश्विक परिदृश्य में भारत और रूस की साझेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. दोनों देशों का मानना है कि वैश्विक स्थिरता और शांति के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए. आने वाले समय में हम इस दिशा में मिलकर काम करेंगे.