प्रभु राम के भक्त हैं रमन चंद्रवंशी पटनाःआर्ट कॉलेज के छात्र रमन चंद्रवंशी ने श्रीरामजन्मभूमि अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठित रामलला की मूर्ति की तर्ज पर धागे से ही प्रभु श्रीराम और उनके परमभक्त श्रीहनुमान की शानदार प्रतिमाएं तैयार की हैं. 10 दिनों की अथक मेहनत से तैयार इन अनोखी प्रतिमाओं को रमन चंद्रवंशी रामनवमी के पावन अवसर पर पटना के महावीर मंदिर को भेंट करेंगे.
धागे से तैयार की रामलला की प्रतिमा राम के बड़े भक्त हैं रमन: श्रीरामलला और हनुमानजी की प्रतिमा तैयार करनेवाले रमन चंद्रवंशी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि"मैं आर्ट कॉलेज का स्टूडेंट हूं. प्रभु श्रीराम अयोध्या में विराजमान हो गए हैं इस खुशी को लेकर के मेरे मन में खयाल आया कि प्रभु श्रीराम सबके हैं, सबों के मन में बसते हैं, तो एक कलाकार होने के नाते मैंने प्रभु श्रीराम और हनुमानजी की तस्वीर धागे से तैयार की है."
प्रभु राम के भक्त हैं रमन चंद्रवंशी दोनों प्रतिमाओं को तैयार करने में लगे 10 दिनः रमन चंद्रवंशी ने बताया कि, "एक तस्वीर को तैयार करने में 5 दिन और दोनों तस्वीरों को तैयार करने में 10दिन का समय लगा है. रमन चंद्रवंशी ने बताया कि "4/4 फीट की तस्वीरें हमने तैयार की हैं. इसमें डेढ़ क्विंटल वजन के करीब डेढ़ किलोमीटर धागों का इस्तेमाल हुआ है."
धागे से तैयार की हनुमानजी की प्रतिमा रामनवमी पर महावीर मंदिर को करेंगे भेंटः भगवान राम के परमभक्त रमन चंद्रवंशी ने कहा कि "तस्वीर बनाते वक्त पेट में दर्द रहता था. डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि किडनी में दो स्टोन हैं, इसके बाद भी दर्द की दवाएं खाकर प्रतिमाओं को पूरी तरह तैयार किया". रमन ने बताया कि "रामनवमी के मौके पर पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में प्रभु श्री राम और हनुमान जी की प्रतिमाएं भेंट करूंगा."
रमन चंद्रवंशी ने तैैयार की अनोखी प्रतिमाएं 'जितनी दूर से देखेंगे, प्रतिमा उतनी ही स्पष्ट दिखेगी':रमन चंद्रवंशी ने बताया कि "इसे थ्रेड आर्ट कहते है. इस कला की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसे आप जितनी दूर से देखेंगे प्रतिमा उतनी ही साफ नजर आएगी. नजदीक से देखने पर सिर्फ धागे ही नजर आएंगे. इस काम में बहुत ही संयम और बारीकी की जरूरत होती है. इस कला के जरिये कई नामचीन लोगों की प्रतिमा तैयार कर चुका हूं."
ये भी पढ़ेंःरामलला की प्राण प्रतिष्ठा ऐतिहासिक, युगांतकारी आयोजन के रूप में होगा इसका मूल्यांकनः राष्ट्रपति
ये भी पढ़ेंःकर्नाटक: कृष्णा नदी में मिली रामलला जैसी प्राचीन भगवान विष्णु की मूर्ति और शिवलिंग