नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए बग्गी में सवार हो कर नए संसद भवन पहुंचीं. नए संसद भवन पहुंचने पर मुर्मू का स्वागत उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया.
जब राष्ट्रपति ने अंदर प्रवेश किया तब उनके आगे ‘राजदंड (सेंगोल)’ ले जाया गया और यथास्थान पर उसे स्थापित किया गया. मुर्मू के पीछे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चल रहे थे. राष्ट्रगान की धुन बजाए जाने के बाद मुर्मू ने दोनों सदनों की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नितिन गडकरी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी आगे की पंक्तियों में बैठे नजर आए. नए संसद भवन में यह उनका पहला संबोधन है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि यहां 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की महक है. इसके अलावा, इसमें 21वीं सदी के नए भारत की नई परंपराओं के निर्माण का भी संकल्प है. मुझे विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक बातचीत होगी. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े प्रतिशत रही.
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि पिछला वर्ष भारत के लिए उपलब्धियों भरा रहा. कई सफलताएं मिलीं - भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया. भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया. भारत की ओर से आयोजित सफल G20 शिखर सम्मेलन ने दुनिया में भारत की भूमिका को मजबूत किया. उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स में भारत ने 100 से ज्यादा मेडल जीते. भारत को अटल टनल भी मिली.
उन्होंने कहा कि आज हम जो उपलब्धियां देख रहे हैं, वे पिछले 10 वर्षों की प्रथाओं का विस्तार हैं. हमने बचपन से 'गरीबी हटाओ' का नारा सुना है. आज, अपने जीवन में पहली बार, हम बड़े पैमाने पर गरीबी को कम होते हुए देख रहे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी जो अब पूरी हुई है. उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख किया. मुर्मू ने कहा कि राम मंदिर की अकांक्षा सदियों से थी, आज सच हुई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अयोध्या स्थित राममंदिर में, राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए.
मुर्मू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने, औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों के स्थान पर नए कानून बनाए जाए, नारी वंदन अधिनियम और सरकार के कई अन्य कदमों का उल्लेख किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' हमारी ताकत बन गए हैं. राष्ट्रपति ने रक्षा उत्पादन के एक लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने की भी सराहना की.
परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए कानून लाएगी सरकार : राष्ट्रपति मुर्मू :राष्ट्रपति ने सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि 'रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म' को सरकार ने लगातार जारी रखा है. उन्होंने महिला आरक्षण कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित करने के लिए सदस्यों का अभिवादन करती हूं, यह मेरी सरकार के महिला नीत विकास के संकल्प को मजबूत करता है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में 'राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है'. राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है, इस दिशा में सख्ती लाने के लिए नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया है.
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले वर्षों में दुनिया ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी महामारी का सामना किया. इतने वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को नियंत्रण में रखा और आम भारतीयों पर बोझ नहीं बढ़ने दिया. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज देश में शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव हो रहे हैं और इस वजह से मातृ मृत्यु दर में भारी गिरावट आयी है, साथ ही उज्ज्वला योजना का लाभ लेने वाले गरीब परिवारों में बीमारी की घटनाओं में कमी आयी है.