पन्ना:हीरो और मंदिरों के लिए जाना जाने वाला पन्ना शहर में स्थापित बलदेवजी मंदिर विश्व में अनोखा व अद्वितीय है. यह मंदिर पन्ना के तत्कालीन महाराज रुद्र प्रताप जू देव ने बनवाया था. इसका नक्शा इटली के इंजीनियर मेटले ने तैयार किया था. जो पन्ना रियासत के इंजीनियर नियुक्त थे. इसी कारण इस मंदिर में पश्चिमी एवं भारतीय शैली का समावेश है, जो अपने आप में विश्व को अनूठा संदेश देता है.
भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई (दाऊ) बलदेवजी का पन्ना में विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर स्थापित है. यह मंदिर बाहर से लंदन के सेंट पॉल चर्च का प्रतिरूप नजर आता है. अंदर से पश्चिमी एवं भारतीय स्थापत्य कला का समावेश दिखाई देता है. प्राचीन मान्यता प्रचलित है कि महाराजा श्री रुद्र प्रताप सिंह जू देव वृंदावन गए थे और अपने साथ बहुत सारा धन लेकर गए थे. उन्होंने वह धन ब्राह्मणों को दान किया. वहां से भगवान श्री बलदेव जी की बड़े कद की प्रतिमा लेकर आए थे. यह मंदिर श्री रुद्र प्रताप सिंह जूदेव ने संवत 1933 में श्रीबलदेव जी मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया था. जो संवत 1936 में पूर्ण हुआ, यानी सन 1876 में मंदिर का निर्माण कर शुरू हुआ था.
लंदन की सेंट पॉल चर्च का प्रतिरूप
पन्ना का विश्व प्रसिद्ध बलदेवजी मंदिर लंदन के सेंट पॉल चर्च का प्रतिरूप नजर आता है. बाहर से मंदिर चर्च का प्रतिरूप दिखाई देता है, अंदर से मंदिर है. इसी कारण यह मंदिर विश्व में अद्वितीय एवं अनोखा है. इस मंदिर का नक्शा इटली के इंजीनियर ने डिजाइन किया था. इसलिए इस मंदिर में पश्चिमी एवं भारतीय स्थापत्य कला का समावेश मिलता है.
भगवान श्री कृष्ण जी की 16 कलाओं से प्रभावित है मंदिर
यह मंदिर अपने आप में विश्व का इकलौता व अनोखा मंदिर है, क्योंकि इस मंदिर में श्री कृष्ण की 16 कलाओं के तर्ज पर यह मंदिर स्थापित किया गया है. जैसे 16 सीढ़िया, 16 स्तंभ, 16 झरोखे, 16 गुंबद और 16 मंडप हैं. यह मंदिर इंजीनियरिंग का कमाल का प्रदर्शन करता है, क्योंकि यह मंदिर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि मुख मार्ग से प्रतिमा करीब 300 मीटर दूर स्थित है. मंदिर काफी ऊंचाई पर बनाया गया है, पर भगवान की प्रतिमा के दर्शन मुख मार्ग से ही हो जाते हैं. जो अपने आप में अद्भुत है.