अजमेर.सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का सालाना उर्स आने वाला है. उर्स में हाजिरी देने के लिए देश दुनिया से लोग अजमेर का रुख कर रहे हैं. इनमें पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी 4 जनवरी को जायरीन का जत्था भारत पहुंचेगा. 264 पाक जायरीन का जत्था 4 जनवरी को अटारी बॉर्डर पार करेगा और ट्रेन से अगले दिन 5 जनवरी को दिल्ली होते हुए 6 जनवरी को अजमेर पहुंचेगा. 12 जनवरी को पाक जत्था अजमेर से वापस लौटेगा. अजमेर प्रशासन ने पाकिस्तान जायरीन के जत्थे के रहने और खाने पीने की व्यवस्था सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में की है. हालांकि प्रशासन के पास अभी पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे का अधिकृत कार्यक्रम नही आया है. लेकिन दरगाह में खादिम के बीच पाक जायरीन के अजमेर आने की चर्चा हो रही है.
ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें उर्स की तैयारियां जोर-जोर से की जा रही है. उर्स पर हाजिरी लगाने के लिए बड़ी संख्या में देसी नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग अजमेर आएंगे. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी 264 जयरीन का जत्था उर्स में हाजिरी लगाने के लिए आ रहा है. पाकिस्तानी जायरीन का जत्था 6 जनवरी को अजमेर पहुंचेगा. यहां उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में रहेगी. प्रशासन और नगर निगम स्कूल में ही पाकिस्तानी जायरीन के ठहराने की व्यवस्था करता आया है. बता दे कि 4 जनवरी को अटारी बॉर्डर से भारत आएगा. यहां से पाक जत्था ट्रेन से दिल्ली अगले दिन 5 जनवरी को पहुचेंगा. इसके बाद 6 जनवरी की सुबह पाक जत्था विशेष ट्रेन से अजमेर पहुंचेगा. पाक जायरीन के अजमेर आने की सूचना के बाद खुफिया विभाग भी अलर्ट हो गया है.
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पाक हुकूमत और अवाम की ओर से पेश करेंगे चादर :पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में ख्वाजा गरीब नवाज की बड़ी संख्या में चाहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि इस बार भी पाकिस्तान से करीब 700 पाकिस्तानियों ने अजमेर दरगाह में जियारत करने के लिए आवेदन किया था. लेकिन 264 पाकिस्तानी जायरीन को ही वीजा दिया गया. पाकिस्तानी जायरीन पाकिस्तानी हुकूमत और आवाम की ओर से दरगाह में चादर पेश करते आए हैं. इस बार भी पाक जायरीन अजमेर दरगाह में चादर पेश कर पाएंगे.