पटना : एसएसबी भर्ती में शामिल होने गए बिहार के युवकों को पश्चिम बंगाल में दुर्व्यवहार किया गया. उनको कान पकड़कर उठक बैठक कराई गई. बंगाल के सिलीगुड़ी में एसएसबी कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा आयोजित थी, जिसमें भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गए थे. लेकिन 'बांग्ला पोक्खो' नाम संगठन के सदस्यों ने बिहार के अभ्यर्थियों के साथ बदसलूकी की. उन्हें बंगाल में न आने के लिए कहा गया और लगातार अपने डॉक्यूमेंट दिखाने का दबाव बनाते रहे.
बंगाल में बिहार के परीक्षार्थियों से बदसलूकी : पहले तो अभ्यर्थियों ने इसका विरोध जताया लेकिन जब उनको धमकाया गया और कान पकड़कर उठक बैठक लगवाई गई तो उन्होंने कहा कि वो अब बंगाल नहीं आएंगे. यह मामला प्रकाश में तब आया जब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस तरह का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया 'X' पर शेयर किया. जिसके बाद मामला गरमाया और पश्चिम बंगाल की पुलिस बांग्ला पोक्खो के सदस्य तक पहुंची.
कान पकड़कर कराया उठक बैठक: आरोप है कि बांग्ला पोक्खो के एक सदस्य ने कथित तौर पर बिहार से एसएसबी कांस्टेबल परीक्षा के लिए आए अभ्यर्थियों को परेशान किया. हिरासत में लिए गए बांग्ला पोक्खो के सदस्य का नाम रजत भट्टाचार्य है. वह सिलीगुड़ी नगर पालिका के वार्ड नंबर 32 के शक्तिगढ़ का निवासी है. सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त सी सुधाकर ने कहा कि "मामले की जांच की जा रही है."
सवाल उठने पर बंगाल पुलिस ने की कार्रवाई : पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना पिछले मंगलवार की है. सिलीगुड़ी के पास रंगापानी में एसएसबी नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर में एसएसबी कांस्टेबल पद के लिए शारीरिक परीक्षा की तिथि निर्धारित थी. उस परीक्षा के लिए बिहार से कई नौकरी की तलाश कर रहे अभ्यर्थी आए थे. इनमें से ज्यादातर पटना और दानापुर, बिहार के अभ्यर्थी थे. रजत भट्टाचार्य ने कथित तौर पर नौकरी की तलाश कर रहे अभ्यर्थियों को धमकाया.