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असम में एक तरफ बाढ़ का प्रकोप, तो अब जापानी इंसेफेलाइटिस बनी जानलेवा - Flood in Assam - FLOOD IN ASSAM

असम में बाढ़ का कहर जारी है और बाढ़ के संबंधित बीमारियों का प्रकोप शुरू हो गया है. मौजूदा समय में जापानी इंसेफेलाइटिस और इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां का खतरा राज्य पर बना हुआ है और इस साल अब तक इन बीमारियों से कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 2016 से 2023 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो कुल 655 लोगों की मौत हुई है.

Japanese encephalitis outbreak in Assam
असम में जापानी इंसेफेलाइटिस का प्रकोप (फोटो - ANI File Photo)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 18, 2024, 7:45 PM IST

गुवाहाटी: असम में बाढ़ का कहर जारी है और बाढ़ के साथ-साथ जापानी इंसेफेलाइटिस और इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैल गई हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य वेक्टर जनित रोग नियंत्रण इकाई के आंकड़ों के अनुसार, इस साल असम में जापानी इंसेफेलाइटिस से आठ लोगों की मौत हो चुकी है.

किस जिले में कितने लोग इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हैं?

पिछले 48 घंटों में एक बच्चे सहित दो नई मौतें हुई हैं. राज्य में अब तक कुल 187 लोग जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हो चुके हैं. आंकड़ों के अनुसार, असम के 35 में से 24 जिलों में अब तक 187 लोग जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हो चुके हैं. असम के जिलों में सबसे ज्यादा लोग जोरहाट जिले में जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित पाए गए हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जोरहाट में सबसे ज्यादा 40 लोग जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हैं.

डिब्रूगढ़ और धेमाजी जिले 16-16 संक्रमितों के साथ दूसरे स्थान पर हैं. राज्य में कुल 187 में से, जोरहाट में 40, धेमाजी में 16, डिब्रूगढ़ में 16, शिवसागर में 15, बारपेटा में 13, लखीमपुर में 9, कामरूप में 7, मोरीगांव में 7, गोलाघाट में 11, सोनितपुर में 6, नागांव में 6, चराईदेव में 7, तिनसुकिया में 6, दारंग में 5 और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले में 7 लोग जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित हैं.

गोलपारा, बोंगाईगांव, पूर्वी कार्बी आंगलोंग जिलों में 2-2 मामले हैं और कोकराझार, बक्सा, माजुली जिलों में एक-एक व्यक्ति जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित है. यह डेटा दर्शाता है कि जापानी इंसेफेलाइटिस ऊपरी असम में अपेक्षाकृत अधिक प्रचलित है.

जापानी इंसेफेलाइटिस कैसे फैलता है?

क्यूलेक्स नामक मच्छर, सूअर और बगुले जैसे पक्षी, मनुष्यों में जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस फैलाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं.

जीएमसीएच में अब तक 24 मरीज भर्ती: बुधवार शाम तक असम में जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित कुल 187 लोगों के आंकड़ों के विपरीत, 1 अप्रैल से अब तक गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जापानी इंसेफेलाइटिस के 24 मरीज भर्ती हुए हैं. वहीं, मेडिकल कॉलेज में फिलहाल 12 मरीजों का इलाज चल रहा है. मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. अभिजीत शर्मा ने यह जानकारी दी.

गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती जापानी इंसेफेलाइटिस से संक्रमित जिन मरीजों की मौत हुई है, उनकी संख्या बढ़कर 6 हो गई है. गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. अभिजीत शर्मा ने बताया कि जीएमसीएच में भर्ती सभी मरीजों में से दो की हालत फिलहाल गंभीर है.

48 घंटे में दो मौतें: पिछले 48 घंटे में जापानी इंसेफेलाइटिस से राज्य में दो नई मौतें हुई हैं. इनमें से एक की मौत गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई. मृतक मरीज मोरीगांव जिले के अमसोई की 12 वर्षीय लड़की माधुरी मनोवा है. दूसरी ओर, गोलाघाट के डेरगांव के 37 वर्षीय असमिया गायक राकेश राग गोगोई की जापानी इंसेफेलाइटिस के कारण असम मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई.

राज्य में छह महीने में जापानी इंसेफेलाइटिस से आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पिछले 48 घंटे में दो लोगों की मौत हुई है. इनमें से जोरहाट जिले, कामरूप जिले में एक-एक, शिवसागर जिले में तीन, सोनितपुर जिले में एक और धेमाजी जिले में दो मरीजों की मौत हुई है.

वर्ष जापानी इंसेफेलाइटिस से मौतें
2016 92 लोग
2017 87 लोग
2018 94 लोग
2019 161 लोग
2020 51 लोग
2021 40 लोग
2022 96 लोग
2023 34 लोग
कुल 655 लोग

जापानी इंसेफेलाइटिस से आठ साल में 655 मौतें: राज्य में हर साल जापानी इंसेफेलाइटिस से कई लोगों की मौत होती है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) के आंकड़ों के अनुसार, 2016 से 2023 तक के आठ सालों में राज्य में जापानी इंसेफेलाइटिस से 655 लोगों की मौत हुई है. इसका मतलब है कि असम में जापानी इंसेफेलाइटिस से हर साल औसतन 81 लोगों की मौत होती है. 2024 में 17 जुलाई तक असम में जापानी इंसेफेलाइटिस से 8 लोगों की मौत हो चुकी है.

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