कोटा.उड़ीसा से कोटा में रहकर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN) की तैयारी कर रहे एक स्टूडेंट के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. स्टूडेंट विज्ञान नगर थाना इलाके के अंबेडकर नगर के एक पीजी में रहता था. जहां पर ही उसने आत्हत्या की है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और उसके शव को अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया है. घटना के संबंध में उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है. परिजनों के आने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम और अन्य प्रक्रिया की जाएगी. फिलहाल आत्महत्या के कारण सामने नहीं आए हैं. छात्र के कमरे को बंद कर दिया गया है. परिजनों के सामने जांच की जाएगी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सैनी का कहना है कि छात्र ओडिशा के मयूर गंज का रहने वाला था. कोटा में रह कर पढ़ाई कर रहा था. अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. कोचिंग संस्थान के प्रतिनिधि दिनेश जैन ने बताया कि उनकी पड़ताल में सामने आया है कि छात्र बीते 1 साल से क्लास नहीं आ रहा था. उसने 2 साल पहले कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया था और 11वीं के साथ जेईई की तैयारी की थी. इसके बाद 12वीं में उसने क्लासेज अटेंड नहीं की है. उसका अकांउट भी इनएक्टिव है.
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आपको बता दें कि जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम 22 जनवरी से शुरू होने वाला है और इसकी तैयारी कर रहे दो छात्रों ने इस साल पहले भी आत्महत्या कर चुके हैं. जबकि यह इस साल का तीसरा मामला है. इसमें एक बिहार और दूसरा मध्य प्रदेश का निवासी था. इन घटनाओं के बाद ही जिला प्रशासन ने भी जेईई एग्जाम को देखते हुए इस परीक्षा में शामिल हो रहे कैंडीडेट्स से वन टू वन मॉनिटरिंग की बात कही थी. इसको लेकर फील्ड में सर्वे भी किया गया था. साथ ही सभी हॉस्टल्स और पीजी संचालकों को सचेत रहने के लिए भी हिदायत दी गई थी.
कमरे में नहीं लगा था एंटी हैंगिग डिवाइस : इस पीजी में 17 रूम बने हुए हैं और यहां पर मकान मालिक नहीं रहता है. इस पीजी के रूम के पंखे में एंटी हैंगिग डिवाइस भी नहीं लगी हुई है. दूसरी तरफ बच्चे ने सुबह का टिफिन भी नहीं खाया था. इससे साफ है कि पीजी में मॉनिटरिंग भी पूरी नहीं है. मकान मालिक राजेंद्र जैन का कहना है कि उनके यहां पर अप्रैल 2024 से यह स्टूडेंट रहता था. जब गुरुवार रात को जब टिफिन वाला आया, तब स्टूडेंट ने कमरा नहीं खोला था. इसके बाद टिफिन सर्विस वाला पास के हॉस्टल से कुछ बच्चों को लेकर आया था और दरवाजे के तेज धक्का दिया. तब स्टूडेंट मृत अवस्था में मिला था. इस संबंध में रात 9:00 बजे ही पुलिस को सूचना दे दी थी. मेरे हॉस्टल में 17 रूम है, लेकिन 4 में ही बच्चे रह रहे हैं. बाकी पूरा खाली पड़ा हुआ है.
अग्निशमन टीम ने पीजी को किया सीज (ETV Bharat Kota) अग्निशमन टीम ने किया पीजी सीज :प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम की अग्निशमन अनुभाग की टीम पीजी पहुंची थी. इसके बाद इस पीजी की जांच की गई, जिसमें अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता नहीं थी. साथ ही कमरों में हैंगिंग डिवाइस भी नहीं था. इसके बाद हॉस्टल को सीज किया गया है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि प्रशासन, पुलिस, नगर निगम के अग्निशमन और एफएसएल टीम ने जांच की है. जांच में काफी कमियां इसमें मिली हैं. इसके बाद इस पीजी को सीज कर दिया गया है. अन्य इस तरह के पीजी की भी जांच की जाएगी.