बिहार

bihar

ETV Bharat / bharat

सुखसेना में शादी ब्याह बंद है, जानिए बिहार के इस गांव की दर्दभरी कहानी - NO MARRIAGE IN BIHAR VILLAGE

बिहार का सुखसेना गांव, जहां कोई रिश्ता नहीं जोड़ना चाहता, जानिए क्या है इस गांव की दुखभरी कहानी, अररिया से मनीष की रिपोर्ट

no marriage in Bihar village
सुखसेना में शादी ब्याह बंद (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 10, 2025, 7:15 PM IST

अररिया : वो कहती हैं कि अब सुखसेना से कोई रिश्ता नहीं जोड़ना चाहता है. यहां की बेटियों की शादी दूसरे गांव हो जाती है तो वो अपने गांव घर आना नहीं चाहती है. गांव से रिश्तेदारी (शादी) करने से लोग कतराने लगे है. किसी के घर कोई मेहमान भी आना नहीं चाहता हैं.

32 वर्षीय कमला देवी कुछ इस तरह से अपने गांव सुखसेना की दर्दभरी कहानी बयां करती हैं. वो अकेली महिला या पुरुष इस गांव में नहीं हैं, जिन्हें यहां की हवा और पानी दिन ब दिन तिल-तिल कर मौत के आगोश में धकेल रही हैं.

सुखसेना में शादी ब्याह बंद (ETV Bharat)

गुलमा देवी (53 वर्ष) बताती हैं कि ''दुर्गंध को रोकने के लिए लोग अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखते हैं, ताकि घर से अंदर हवा आने पाएं. ऐसे में अब तो गांव के युवक-युवती की शादी करना भी मुश्किल हो गया है. कोई भी रिश्तेदार इस गांव रिश्ता जोड़ना नहीं चाहता हैं और न ही मेहमान गांव आना चाहता है. इस वजह से अब धीरे -धीरे रिश्तों में दूरियां बढ़ने लगी है.''

ये कुछ गिनती के लोग नहीं, बल्कि सुखसेना गांव का हर शख्स आज सांसे कम दिन ज्यादा गिन रहा हैं. बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज अनुमंडल अंतर्गत ये गांव आता है, जो हलहलिया पंचायत के संतनगर सुखसेना वार्ड नंबर 14 में स्थित है.

प्रदूषित वायु से जीना मुहाल (ETV Bharat)

सुखसेना में दुर्गंध फैला रही हैं मीट फैक्ट्रियां :सुखसेना गांव में करीब 40 से अधिक घरों वाली आबादी है. यहां बूचड़खाने (मांस फैक्ट्री) से निकलने वाली दुर्गंध और प्रदूषण ने गांव के लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी हैं. चिमनियों से निकलने लाला धुआं वातावरण में जहर घोल रहा है. इससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही हैं.

अररिया जिला से 30 किलोमीटर दूर जब ईटीवी भारत की टीम सुखसेना गांव पहुंची तो साफ दिख रहा था यहां हर एक चेहरा परेशान है. ग्रामीण शंभु मेहता (47 वर्ष) बताते हैं कि ''फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गंध के कारण यहां रहना काफी मुश्किल होता जा रहा है. पानी दूषित हो चुका है. पानी का स्वाद अजीब सा लगता है. कई बार बूचड़खाने को लेकर आवाज उठाई गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ. जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई.''

दुर्गंध के चलते नहीं हो रही शादियां (ETV Bharat)

'जैसे तैसे लोग रात काट लेते हैं' :शंभु की बात सुनकर उनके पास में खड़े संजय ऋषिदेव (43 वर्ष) से रहा नहीं जाता. शंभु को बीच में टोककर कहते हैं कि ''मत पूछिए साहब जैसे तैसे लोग रात काट लेते हैं. फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गंध के कारण खाना भी नहीं खाया जाता है. पानी दूषित हो गया है. दूषित पानी पीने से कभी कभार लोग बीमार भी हो जाते है.''

दुर्गंध, जहरीला पानी.. सांस लेना मुश्किल: सुखसेना गांव के ही विनोद मेहता (52 वर्ष) बताते हैं कि ''इस संबंध में प्रशासन को कई बार बताया गया, लेकिन आज तक जांच नहीं की गई. अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं निकाला गया तो फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गंध और जहरीला पानी हमारी जान ले लेगा.''

सुखसेना दुर्गंध फैला रही हैं मीट फैक्ट्रियां (ETV Bharat)

क्या बोले बीजेपी विधायक? : इधर, सुखसेना गांव की दुखभरी कहानी को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम जब इलाके (फारबिसगंज) के बीजेपी विधायक विद्यासागर मंचन केसरी के पास पहुंची तो उन्होंने बताया कि, हलहलिया पंचायत के सुखसेना गांव के समीप जो बूचड़खाना है. उसको लेकर वर्ष 2015 से लेकर अभी तक विधानसभा में मामला उठाते आ रहे है.

''लोगों की संवेदना की जानकारी हम लोग सरकार तक पहुंचा रहे है. सरकार के द्वारा यहां के पदाधिकारी को निर्देशित किया जाता है. और पदाधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रिपोर्ट भेज देते हैं, यह दुर्भाग्य है.''- विद्यासागर मंचन केसरी, बीजेपी विधायक, फारबिसगंज

क्या कह रहे मंत्री नीरज बबलू? :पीएचईडी मंत्री नीरज बबलू ने इलाके में प्रदूषित पानी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इसके कारण को अविलंब बंद होना चाहिए या फिर कहीं शिफ्ट होना चाहिए. उन्होंने मवेशी चोरी होने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि उनके इलाके से चोरी हुए मवेशी ऐसे ही स्लॉटर हाउस में काटे जाते हैं. ये सब कुछ बंद होना चाहिए और इसकी जांच होनी चाहिए.

''अविलंब स्लॉटर हाउस को बंद करके कहीं और शिफ्ट करना चाहिए. रिहायशी इलाके में स्लॉटर हाउस नहीं होना चाहिए या फिर कहीं दूर दराज के इलाके में शिफ्ट करें. हमारे इलाके से मवेशी चोरी होते हैं और वह बूचड़खानों में काट दिए जाते हैं. दुर्गंध की वजह से स्थानीय लोगों का जीना मुहाल है. हम चाहते हैं कि मवेशी चोरी की भी जांच हो.''- नीरज बबलू, पीएचईडी मंत्री, बिहार सरकार

ये भी पढ़ें

क्या वजह है कि बिहार के इस गांव में प्याज-लहसुन खाने पर लगी है पाबंदी?

गांव के 62 युवकों की नहीं हो रही शादी, दुल्हन पाने की मनोकामना... 110 किमी की पैदल यात्रा

मियां बीवी राजी तो क्या करेगा... गया में 70 साल का दूल्हा और 25 की दुल्हन की शादी - gaya unique wedding

ABOUT THE AUTHOR

...view details