कवर्धा के गौसेवक साधराम यादव मर्डर केस में NIA जांच की सिफारिश, साय सरकार ने लिया फैसला - साधराम यादव मर्डर केस में NIA जांच
Sadhram Yadav murder case कवर्धा के गौसेवक साधराम यादव की जनवरी महीने में हत्या कर दी गई थी. अब इस केस में विष्णुदेव साय सरकार ने एनआईए जांच करवाने का फैसला किया है. NIA probe
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने कवर्धा के साधराम मर्डर केस में एनआईए जांच की सिफारिश की है. इस मसले पर सीएम साय ने खुद मीडिया में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार साधराम यादव मर्डर केस में एनआईए से जांच करवाएगी और हम इसकी सिफारिश करेंगे.
जनवरी महीने में हुई थी साधराम यादव की हत्या: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि" जनवरी महीने में साधराम यादव की हत्या कर दी गई थी. "साधराम यादव की गला काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. जबकि उनसे आरोपियों की कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर भी उनकी हत्या कर दी गई. ऐसा लगता है कि यह किसी व्यक्ति की हत्या नहीं है, बल्कि एक विचारधारा की हत्या है. इसलिए इस केस में सूक्ष्मता से जांच जरूरी है"
साधराम यादव के परिजनों ने सीएम साय से की मुलाकात: बुधवार को साधराम यादव के परिजनों से सीएम साय से मुलाकात की है. इस केस में साधराम के परिवारवालों ने एनआईए से जांच की मांग की. जिसके बाद विष्णुदेव साय सरकार ने यह फैसला लिया है.
साधराम के परिवारवालों से मिले सीएम
"साधराम यादव के परिवारवालों की मांग पर हमने विचार किया. उनकी मांग पर विचार करते हुए सरकार ने मामले की जांच एनआईए को करने की सिफारिश करने का फैसला किया है.":विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
कब हुई थी साधराम यादव की हत्या: साधराम यादव की हत्या कवर्धा में 20 जनवरी को बड़े ही निर्मम तरीके से कर दी गई. इस केस में पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कवर्धा पुलिस के मुताबिक अयाज खान इस वारदात का मुख्य आरोपी है. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कवर्धा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई भी की थी.
साधराम केस में यूएपीए भी लगाया गया: इस केस में कवर्धा पुलिस ने जांच के आधार पर आरोपियों के खिलाफ यूएपीए भी लगाया था. पूरे घटना में विश्व हिंदू परिषद ने 14 फरवरी को कवर्धा बंद बुलाया उसके बाद लगातार इस केस में राजनीति होती रही. साधराम हत्याकांड में पुलिस को आतंकी कनेक्शन के साक्ष्य मिले हैं. इसी वजह से इसमें आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता की धारा 16 यूएपीए जोड़ी गई है. इस केस के के पांच आरोपी कवर्धा जेल और एक बाल सुधार गृह में है