बीजापुर: बीजपुर में डीआरजी यानि की जिला रिजर्व गार्ड की टीम ने बड़ी नक्सल घटना को होने से रोक दिया. नक्सलियों के बीजापुर को दहलाने के प्लान को समय पर फोर्स ने डिकोड कर दिया. फोर्स को बीजापुर के गोरना, मनकेली और इशुलनार इलाके से नक्सलियों के घातक बम मिले हैं. डी माइनिंग कार्य के दौरान सुरक्षाबलों को यह सफलता हाथ लगी है.
IED के साथ जिंदा HE बम मिला: सुरक्षाबलों को यह कामयाबी रविवार को मिली है. रविवार को डीआरजी की टीम डी माइनिंग कार्य के लिए निकली थी. जब टीम मनकेली रोड पर पहुंची तो उसे पांच पांच किलो के तीन आईईडी मिले. तीनों आईईडी को कच्चे मार्ग के रोड पर लगाया गया था. कच्ची सड़क की पगडंडी पर इसे प्लांट किया गया था. आईईडी को प्रेशर स्विच सिस्टम से जोड़ा गया था. इसके साथ ही नक्सलियों ने सड़क के कच्चे मार्ग पर 10 किलो का आईईडी फिट किया था. जिसमें HE बम (HIGH EXPLOSIVE BOMB) को भी प्लांट किया गया था.
नक्सलियों की तबाही वाली प्लानिंग फेल (ETV BHARAT)
आईईडी के साथ HE बम बरामद (ETV BHARAT)
आईईडी को किया गया निष्क्रिय: पहली बार फोर्स बीजापुर में IED के साथ HE बम मिला. यह बम बेहद शक्तिशाली था. डीआरजी बीजापुर और बीडीएस की टीम ने सभी बमों को कब्जे में लिया और इसे डिफ्यूज किया. कुल चार आईईडी को निष्क्रिय किया गया और एक जिंदा HE बम को भी नाकाम किया गया.
बीजापुर में HE बम (ETV BHARAT)
बीजापुर में नक्सलियों की बड़ी साजिश (ETV BHARAT)
क्या होता है HE बम ?: भारत के आयुध निदेशालय की व्याख्या के मुताबिक HE बम एक तरीके का मोर्टार बम होता है जो 51 मिमी का होता है. इसका एरिया टार्गेटिड और एंटी-पर्सनल के रूप उपयोग किया जाता है. यह बेहद प्रभावी होता है और तुरंत फट जाता है. यह फायर होते ही बड़ी तबाही ला सकता है. नक्सलियों ने इसको आईईडी से कनेक्ट कर ब्लास्ट की योजना बनाई थी. जिसे सुरक्षाबलों ने फेल कर दिया. इस कामयाबी पर अभी बीजापुर पुलिस और सिक्योरिटी फोर्स की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.