रांची/सरायकेलाः जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ने के बाद गायब हुए विमान का अब तक पता नहीं चल पाया है. विमान को अब नेवी की टीम खोज रही है. इसके लिए नेवी की टीम आंध्र प्रदेश से आई है. चांडिल डैम में तलाशी अभियान जारी है. वहीं ट्रेनी पायलट सुभ्रोदीप दत्ता के शव को बरामद करने के बाद प्रशासन ने बाहर निकाल कर सरायकेला सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
वहीं ग्रामीणों को चांडिल डैम में ट्रेनी पायलट का शव मिला है. ट्रेनी पायलट सुभ्रोदीप दत्ता के शव को देख उसके माता पिता समेत परिजनों में चीत्कार मच गया. लापता एयरक्राफ्ट का अब तक पता नहीं चला है. जबकि दूसरे पायलट कैप्टन जीत शत्रु आनंद का भी अब तक पता नहीं चल सका है. नेवी और एनडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. सोनारी एयरपोर्ट से 20 अगस्त की सुबह उड़ान भरने के कुछ देर बाद से लापता ट्रेनी एयरक्राफ्ट के आज बरामद होने की पूरी संभावना है.
आज सुबह से ही चांडिल डैम में नेवी की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. वहीं चांडिल डैम में ग्रामीणों को एक शव मिला. जिसकी पहचान ट्रेनी पायलट सुभ्रोदीप दत्ता के रूप में हुई है. विशाखापट्टनम से नेवी की एक टीम को झारखंड भेजा गया है. नेवी की टीम विशेष विमान से देर रात रांची पहुंची.
बता दें कि 21 अगस्त को सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम एयरक्राफ्ट और दोनों पायलट की खोजबीन करती रही. एनडीआरएफ के गोताखोर पानी के नीचे भी गए. लेकिन पानी के नीचे की विजिबिलिटी नहीं के बराबर है. क्योंकि बारिश की वजह से पानी मटमैला हो गया है. ऐसी स्थिति में सिर्फ टेक्नोलॉजी ही काम आ सकती है. इसी वजह से सरायकेला प्रशासन ने नेवी से मदद के लिए रक्षा मंत्रालय से आग्रह किया था.
दरअसल, 20 अगस्त को एयरक्राफ्ट के लापता होने के बाद पूरा दिन इसी बात को समझने में निकल गया कि एयरक्राफ्ट आखिर गिरा कहां है. शाम के वक्त जिला प्रशासन को जानकारी मिली कि एक शख्स ने एयरक्राफ्ट को चांडिल डैम में गिरते हुए देखा है. इस आधार पर 21 अगस्त को एनडीआरएफ की टीम को खोजबीन में लगाया गया था. अब तक सिर्फ ट्रेनी पायलट सुबोदीप दत्ता के जूते बरामद हुए हैं.