मुंबई: मुंबई के वडाला से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पुलिस की काबलियत पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. वडाला शांति नगर में रहने वाला 12 साल का लड़का 28 जनवरी को लापता हो गया था. स्थानीय लोगों ने किसी तरह आरोपी को ढूंढा और थाने ले गए. लड़के के पिता ने आरोप लगाया है कि वडाला टीटी पुलिस की लापरवाही के कारण आरोपी पुलिस स्टेशन से फरार हो गया. इस संबंध में लड़के के परिवार ने 5 फरवरी को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को एक लिखित बयान भी दर्ज कराया है.
वडाला पूर्व के शांतिनगर इलाके में रहने वाले 49 वर्षीय शिकायतकर्ता का मछली बेचने का व्यवसाय है. उनका 12 साल का बेटा यहां एक स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ता था. 28 जनवरी की रात करीब 8:30 बजे लड़का घर से बाहर गया और वापस घर नहीं लौटा. हर जगह खोजने के बाद भी उसके पिता उसे नहीं ढूंढ पाए. आखिरकार वे वडाला टीटी पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि उनका बेटा लापता है. पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. शांतिनगर इलाके में जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि लड़के को उसी इलाके में रहने वाले बिपुल सिकारी नाम के युवक के साथ घूमते हुए सीसीटीवी कैमरे में देखा गया.
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. पीड़ित लड़का आरोपी सिकारी के साथ घूमते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ. इसी के तहत, पुलिस ने संदिग्ध आरोपी सिकारी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. लेकिन थाने पहुंचते ही वह बाथरूम के रास्ते भाग गया. पुलिस को सोमवार लड़के का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला. उसका सिर मंगलवार को वडाला में एक खाड़ी के पास पाया गया. पुलिस ने मृत बच्चे की पहचान शरीर पर मौजूद टी-शर्ट, रिस्टबैंड और चप्पल के आधार पर की.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी बिपुल सिकारी उसी का पड़ोसी है, जो 28 जनवरी को बिरयानी खिलाने के बहाने लड़के को एक होटल में ले गया. देर रात सिकारी के घर लौटने पर पड़ोसियों ने उसे पकड़ लिया और बच्चे के बारे में पूछताछ की. लेकिन उसने कुछ नहीं बताया तो आसपास मौजूद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की. आखिरकार, आरोपी सिकारी ने खुलासा किया कि उसने बच्चे को किसी को बेच दिया है.