भोपाल: खनिज संसाधनों के मामले में मध्य प्रदेश देश की माइनिंग कैपिटल बनने जा रही है. मध्य प्रदेश में तांबा, कोयला के बाद ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट और प्लेटिनम धातु के बड़े भंडार मिले हैं. इसके लिए 11 क्षेत्रों में अनुसंधान किया जा रहा है. खनिज संसाधन से मध्य प्रदेश की झोली लगातार भर रही है.
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रिटिकल मिनिरल के 2 ब्लॉक नीलामी के लिए रखे गए हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश देश में खनिज ब्लाकों की नीलामी के मामले में पहले स्थान पर आ गया है. मध्य प्रदेश सरकार को खनिजों की नीलामी से 10 हजार करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिला है. खनिजों की नीलामी से राजस्व के मामले में 23 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है.
क्रिटिकल मिनरल की नीलामी में एमपी नंबर वन
खनिज ब्लॉक की नीलामी के मामले में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर पहुंच गया है. केन्द्र सरकार ने क्रिटिकल मिनरल के मामले में देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए राज्यों के लिए टार्गेट तय किए हैं. क्रिटिकल मिनिरल में रॉक फास्फेट, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट, प्लेटिनम और दुर्लभ धातु आती हैं. केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक्सप्लारेशन नीति के तहत मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रिटिकल मिनरल के 2 ब्लॉक नीलामी में रखे गए हैं. इस मामले में मध्य प्रदेश पहला राज्य बन गया है साथ ही नए खनिजों की खोज के मामले में भी मध्य प्रदेश पहले स्थान पर पहुंच गया है.