सागर।समाज में ऐसे कई वंचित वर्ग है, जो परिस्थिति या आर्थिक स्थिति के चलते योग्य होने के बाद भी उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं. ऐसे वंचित वर्ग में किन्नर समुदाय और कैदियों को मध्य प्रदेश की ओपन यूनिवर्सटी एमपी भोज मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा निशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान की जा रही है. खास बात ये है कि प्रवेश से लेकर परीक्षा तक किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जा रहा है. इसी तर्ज पर समाज के अन्य वर्गों को भी उच्च शिक्षा प्रदान करने की तैयारी चल रही है. जिसमें पुलिस और सेना के शहीद जवानों के आश्रितों को प्रवेश और परीक्षा शुल्क में 50 फीसदी की छूट दी जा सकती है.
यूनिवर्सटी में 15 मार्च तक ले सकते हैं प्रवेश
मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र सागर के निदेशक डाॅ दिवाकर सिंह राजपूत ने बताया कि 'फिलहाल सागर रीजनल सेंटर के अंतर्गत सागर, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर जिलों में 41 अध्ययन केंद्र संचालित है. नवीन सत्र की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 15 मार्च तक मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं. इन केंद्रों के माध्यम से उच्च शिक्षा को 'आपकी शिक्षा आपके द्वारट के नारे के साथ सभी वर्गों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ए ग्रेड की उपलब्धि हासिल हुई है. इसके अलावा विश्वविद्यालय ने अनेक संस्थाओं से एमओयू करके बेहतर उच्च शिक्षा और उत्कृष्ट पाठ्य सामग्री तैयार करायी जा रही है.'
एक साथ ले सकते हैं दो डिग्री या डिप्लोमा
प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने बताया कि 'उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एक बड़ा बदलाव किया गया है. ऐसे विद्यार्थी या लोग जो शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं और कई विषयों में डिग्री या डिप्लोमा चाहते हैं. उनके लिए खुशखबरी है कि मप्र उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत निर्देश जारी कर दिए हैं कि अब कोई भी विद्यार्थी एक साथ दो डिग्री और डिप्लोमा कर सकता है.' उन्होंने बताया कि ये प्रावधान मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा केंद्रों के माध्यम से संभव हो सकता है. विद्यार्थी किसी दूसरे विश्वविद्यालय में अगर कोई डिग्री के लिए प्रवेश ले चुका है. तो वो मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय में भी डिग्री और डिप्लोमा के लिए साथ में प्रवेश ले सकता है.
कैदियों और किन्नरों के लिए पूरी तरह निशुल्क उच्च शिक्षा
मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय समाज के वंचित वर्ग के लिए भी उच्च शिक्षा से जोडने के लिए कई तरह की पहल कर रहा है. इस कड़ी में विश्वविद्यालय के नारे आपकी शिक्षा आपके द्वार के तहत किन्नर और कैदियों के लिए सहज और निशुल्क उच्च शिक्षा की व्यवस्था की गयी है. इसके साथ ही सेना और पुलिस के शहीद जवानों के आश्रितों को उच्च शिक्षा हासिल करने में आर्थिक दिक्कतों का सामना ना करना पडे़, उनके लिए प्रवेश और परीक्षा शुल्क में 50 फीसदी रियायत का प्रस्ताव रखा गया है.