नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में हमने शासन का नया मॉडल विकसित किया है. हमने उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है जिन्हें पहले कम प्राथमिकता दी गई थी. पहले की सरकारों में 'जीवन सुगमता' जैसे शब्द नहीं सुने जाते थे, उस दौरान संसाधनों पर शक्तिशाली लोगों का पहला अधिकार होता था. उन्होंने कहा कि 'विकसित भारत' का निर्माण करना ही देश का मिजाज है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव' में कही.
सभी एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके शासन में भ्रष्टाचार के प्रति कतई सहन नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति रही है और सभी एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं.
दरअसल विपक्षी दलों के नेता मोदी सरकार पर अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सीबीआई, ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'हमारी सरकार के सक्षम शासन के कारण अधिकतर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) रिकॉर्ड राजस्व प्रदान कर रहे हैं, उनमें निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है. हमारे शासन में भ्रष्टाचार के प्रति कतई सहन नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति रही है, सभी एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं.' पीएम मोदी ने कहा कि अगले पांच साल में एक अनिश्चित दुनिया में स्थिर, सक्षम और मजबूत भारत की गारंटी होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आज ही भारत में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक पर्व की प्रक्रिया शुरू हुई है और इस महत्वपूर्ण अवसर पर ये कॉन्क्लेव हो रहा है. आज जहां पूरी दुनिया अनिश्चितता के भंवर में फंसी है, एक भाव बहुत निश्चित है कि भारत तेज गति से विकास करता रहेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 'मूड ऑफ द नेशन' भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनाने का है. आज 'मूड ऑफ द नेशन' विकसित भारत के निर्माण का है. मैं हेडलाइन पर नहीं, बल्कि डेडलाइन पर काम करने वाला व्यक्ति हूं.
स्टार्टअप्स का किया जिक्र :पीएम ने कहा कि 10 साल पहले तक कुछ सौ ही स्टार्टअप्स होते थे और आज करीब सवा लाख रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स हैं, लेकिन भारत की स्टार्टअप क्रांति की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं है. भारत की स्टार्टअप क्रांति की असली पहचान ये है कि ये स्टार्टअप्स देश के 600 से ज्यादा जिलों में फैले हैं. यानी, टीयर-2, टीयर-3 शहरों के नौजवान स्टार्टअप क्रांति की अगुवाई कर रहे हैं.
मोदी ने कहा कि 'आप जमीन पर रोजगार और स्वरोजगार में जिस योजना से बहुत बड़ा परिवर्तन आ रहा है, उसकी चर्चा भी जरूरी है. ये योजना है- मुद्रा योजना. हमारे देश में बैंकों से मदद पाने के लिए युवाओं को जगह-जगह गारंटी देनी पड़ती थी, लेकिन मुद्रा योजना से उन नौजवानों को भी लोन की गारंटी मिली, जिनके पास गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था. 26 लाख करोड़ रुपए का बैंक लोन ऐसे छोटे-छोटे उद्यमियों को मिला है. इनमें से करीब 8 करोड़ मुद्रा लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने जिंदगी में पहली बार अपना कोई बिजनेस शुरू किया है.
पीएम ने कहा कि 'ऐसी ही एक और योजना है- पीएम स्वनिधि. इस योजना से स्ट्रीट वेंडर्स को पहली बार सस्ता और आसान ऋण मिला है. आज मैं उन रेहड़ी-पटरी, ठेले वालों की सराहना करूंगा, क्योंकि डिजिटल इंडिया को जिस तरह उन्होंने अपनाया है, वो बहुत बड़ा काम हुआ है. जिन्हें अनपढ़ कहकर अपमानित किया गया था, वो ठेले और रेहड़ी-पटरी वाले आज भारत की डिजिटल क्रांति का चेहरा बने हुए हैं.'