लखनऊ: लोकसभा चुनाव में पूरे देश में किसी भी पार्टी से गठबंधन न करने वाली बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन पर मुहर लगा दी.
हरियाणा में यह दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी. बता दें कि अभी हाल ही में इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला लखनऊ में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से मुलाकात करने आए थे. बसपा के इस फैसले को पार्टी के राष्ट्रीय दर्जे को बचाए रखने के कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है.
बीएसपी मुखिया मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि बहुजन समाज पार्टी व इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में वहां की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नए गठबन्धन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे.
इसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ चण्डीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गई. इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला और बीएसपी के महासचिव आनन्द कुमार, नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनन्द और पार्टी के राज्य प्रभारी रणधीर बेनीवाल की प्रेसवार्ता से पहले दोनों पार्टियों के बीच नई दिल्ली में मेरे निवास पर गठबंधन को लेकर सफल वार्ता हुई.
हरियाणा में सर्वसमाज-हितैषी जनकल्याणकारी सरकार बनाने के संकल्प के कारण इस गठबंधन में एक-दूसरे को पूरा आदर-सम्मान देकर सीटों आदि के बंटवारे में पूरी एकता व सहमति बन गई है. मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आपसी एकजुटता जन आशीर्वाद से विरोधियों को हराकर नई सरकार बनाएगी.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा की इनेलो से गठबंधन इसलिए भी किया है क्योंकि उत्तर प्रदेश समेत देश भर में बसपा की स्थिति खराब होती जा रही है. आलम यह है कि बीएसपी के राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे पर भी संकट मंडराने लगा है. ऐसे में हरियाणा में बीएसपी अच्छा प्रदर्शन कर अपना वोट प्रतिशत बरकरार रखने की कोशिश करेगी. यही वजह है कि बीएसपी ने इनेलो के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
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