कोलकाता:पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को मनोज कुमार वर्मा को कोलकाता का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त कर दिया. यह ऐसे समय में हुआ है, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरजी कर गतिरोध को हल करने के लिए आंदोलनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की.
इस दौरान सीएम ने डॉक्टरों की अधिकांश मांगों को मानते हुए कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और दो अन्य को बर्खास्त कर दिया. इसके साथ ही विनीत कुमार गोयल को पश्चिम बंगाल में एसटीएफ का एडीजी और आईजीपी नियुक्त किया गया है.
गौरतलब है कि डॉक्टर पिछले महीने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में रेप और हत्या की शिकार हुई ट्रेनी लेडी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर 10 अगस्त से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
डॉक्टरों के साथ हुई ममता बनर्जी की बैठक
डॉक्टरों के साथ हुई बैठक के बाद ममता बनर्जी ने सोमवार आधी रात को घोषणा की कि पूर्व पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजूकेशन कौस्तव नायक और उत्तर कोलकाता के उपायुक्त अभिषेक गुप्ता और हेल्थ सर्विस के निदेशक देबाशीष हलधर को उनके संबंधित पदों से हटा दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में निर्धारित सुनवाई के बाद नई नियुक्तियां की जाएंगी. बैठक का सीधा प्रसारण करने की डॉक्टरों की मांग के कारण गतिरोध को तोड़ने में बार-बार विफल होने के बाद, दोनों पक्षों ने आखिरकार सोमवार को ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर इस बारे में चर्चा की.
बैठक के बाद सीएम ममता की घोषणा
बनर्जी ने अपने आवास पर डॉक्टरों के साथ बैठक के बाद घोषणा की, "कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और नॉर्थ डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक गुप्ता का तबादला किया जाएगा. डॉक्टरों ने दावा किया था कि गोयल ने पहले उनसे कहा था कि वह पद छोड़ना चाहते हैं, क्योंकि उनका उन पर से भरोसा उठ गया है. हमने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और उन्हें उनके द्वारा मांगे गए पद पर ट्रांसफर कर दिया है... हम मंगलवार को शाम 4 बजे सुप्रीम कोर्ट में निर्धारित सुनवाई समाप्त होने के बाद नए पुलिस आयुक्त के नाम की घोषणा करेंगे."
बनर्जी ने यह भी कहा कि विनीत कुमार गोयल ने डॉक्टरों के साथ बैठक के दौरान अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने कहा, "शाम 4 बजे विनीत नए पुलिस आयुक्त को जिम्मेदारी सौंप देंगे."
बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि डॉक्टरों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी और राज्य उनकी लगभग सभी मांगों को स्वीकार करने के लिए सहमत हो गया है. उन्होंने कहा, "आम लोगों की दुर्दशा को ध्यान में रखते हुए, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. मैं अब डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करती हूं."
बता दें कि 14 अगस्त को विरोध मार्च के दौरान आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना को लेकर डॉक्टर गोयल के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. उन पर स्थिति को ठीक से संभालने का आरोप लगाया गया और उन्हें राजनीतिक आलोचना का भी सामना करना पड़ा.
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