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मणिपुर में भारी हिंसा के बाद कई जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट सेवा पर रोक

मणिपुर में 6 लोगों के लापता होने के बाद उनके शव बरामद होने पर हिंसा भड़क गई. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर तोड़फोड़ और आगजनी की.

Indefinite curfew imposed in Manipur districts
मणिपुर में भारी हिंसा के बाद का दृश्य (PTI)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 5 hours ago

गुवाहाटी: मणिपुर की राजधानी इंफाल में ताजा हिंसा के बाद शनिवार को इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिले में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया. साथ ही प्रभावित जिलों में एहतियातन इंटरनेट सेवा पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है. जिरिबाम से सोमवार से लापता लोगों के शव बरामद होने की खबर फैलने के बाद हिंसा भड़की.

सरकार ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल, ककचिंग, कांगपोकपी, चुराचांदपुर जिलों में इंटरनेट और ब्रॉडबैंड और वीसैट सेवाओं को भी दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया.

मणिपुर में महिलाओं को समझाती पुलिस (PTI)

इंफाल में भाजपा विधायकों के घरों हमले किए गए

इंफाल में शनिवार दोपहर को भाजपा विधायकों के घरों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा हमला किए जाने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया. भीड़ इंफाल की सड़कों पर घूमती नजर आई. जबकि आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अन्य जिलों में भी कर्फ्यू लगाए जाने की संभावना है.

तीन के शवों के बरामद होने बिगड़े हालात

हालांकि मणिपुर में पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे हुए है. माना जा रहा है कि सोमवार से लापता सभी छह लोगों की हत्या कर दी गई है. मणिपुर पुलिस ने लापता लोगों में से तीन के शवों को पोस्टमार्टम के लिए शुक्रवार देर रात असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज भेज दिया है, जिसमें एक महिला और दो बच्चों का शव भी शामिल है.

मणिपुर में भारी हिंसा के बाद का दृश्य (PTI)

माना जा रहा है कि ये छह लोग मैतेई समुदाय से हैं. वे जिरीबाम के बोरोबेकरा इलाके से लापता हो गए. जहां सीआरपीएफ कर्मियों ने कुछ हथियारबंद बदमाशों के साथ मुठभेड़ की और उनमें से दस को मार गिराया. हालांकि, कुकी और हमार समूहों ने दावा किया है कि मारे गए दस लोग 'गांव के स्वयंसेवक' थे न कि हथियारबंद बदमाश.

शनिवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल में स्थिति बदतर हो गई, जब सैकड़ों लोग छह लापता व्यक्तियों की हत्या के विरोध में सड़कों पर उतर आए. इंफाल में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायकों के घरों पर हमला किया, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं. जिन घरों पर हमला किया गया, उनमें भाजपा विधायक आरके इमो सिंह, एल सुसिंड्रो मीतेई, सपाम कुंजकेश्वर सिंह आदि के घर शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों ने इंफाल में टायर जलाकर सड़कें भी जाम कर दी. यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि जिरीबाम के जाकुरहोर इलाके में सीआरपीएफ और संदिग्ध हथियारबंद बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें सीआरपीएफ ने दस हथियारबंद बदमाशों को मार गिराया था. सोमवार को सुरक्षा बलों ने इलाके से दो बुजुर्ग नागरिकों के शव बरामद किए थे जबकि तीन महिलाओं और तीन नाबालिग बच्चों सहित छह नागरिक तब से लापता हैं.

डीआईजी स्तर के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे

शुक्रवार को मणिपुर पुलिस ने छह लापता व्यक्तियों की खोज और बचाव के लिए तलाशी अभियान की निगरानी और समन्वय के लिए एक आईजी स्तर के अधिकारी और एक डीआईजी स्तर के अधिकारी को जिरीबाम और बोरोबेकरा क्षेत्र में भेजा. हालांकि, मणिपुर पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता के कारण इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.

असम पुलिस ने शनिवार को बताया कि मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार रात को पोस्टमार्टम के लिए तीन शव सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लाए. माना जा रहा है कि ये तीनों शव उन लोगों के हैं जो सोमवार को जिरीबाम से लापता हो गए थे.

असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज में भी पिछले दो दिनों से कुकी और हमार लोगों के समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. जबकि मणिपुर पुलिस सोमवार को सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए दस सशस्त्र बदमाशों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए लेकर आई.
दस मृतकों के परिवार के सदस्यों ने शनिवार दोपहर को सिलचर में विरोध प्रदर्शन किया. बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच दस शवों को चुराचांदपुर ले जाया गया. इस बीच, कई कुकी संगठनों के संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने कहा है कि दस शवों को चुराचांदपुर जिला अस्पताल में रखा जाएगा, क्योंकि अधिकारियों ने अभी तक परिवारों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं सौंपी है.

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