बहरामपुर(पश्चिम बंगाल) :भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी केंद्र में ऐसी सरकार चाहती हैं जो आतंकवाद पर नरम रुख अपनाए.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, नड्डा ने दावा किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य की टीएमसी सरकार भ्रष्टाचार, जबरन वसूली, तुष्टिकरण और भेदभाव के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा, 'हम मजबूर सरकार की बात करते हैं लेकिन ममता बनर्जी मजबूर सरकार चाहती हैं. वह दिल्ली में ऐसी सरकार चाहती हैं जो तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और भेदभाव में विश्वास करती हो और आतंकवादियों के प्रति नरम रुख रखती हो. उन्होंने कहा, 'हम उनकी तुष्टिकरण की राजनीति के विरोध में हैं. जो घुसपैठियों का समर्थन करती है और सीएए का विरोध करती है. नड्डा ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार को आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति है.
स्कूल नौकरियों के घोटाले का जिक्र करते हुए नड्डा ने आरोप लगाया कि जिसकी वजह से लगभग 26,000 लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा. इस सरकार ने पश्चिम बंगाल में बेशुमार घोटालों के अलावा कुछ नहीं दिया है. हाल ही में सामने आए शिक्षक भर्ती घोटाले से हजारों लोगों की आजीविका और अवसरों का नुकसान हुआ.इससे साबित होता है कि राज्य में भ्रष्टाचार और लूट रोजमर्रा की बात है. कांग्रेस पर हमला करते हुए, नड्डा ने आरोप लगाया कि सबसे पुरानी पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति के शर्मनाक खेल में, ओबीसी, एससी और एसटी भाइयों और बहनों के अधिकारों को छीनने के लिए उत्सुक है और राजनीतिक लाभ के लिए मुसलमानों को लुभाने में लगी है.
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में ममता बनर्जी के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, जिस तरह से संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार किया गया और जिस तरह से ममता बनर्जी ने शाहजहां शेख को बचाने की कोशिश की, उन्होंने सम्मान के साथ खिलवाड़ किया. उन्होंने कहा कि एक महिला द्वारा शासित राज्य में महिलाओं के उत्पीड़न से अधिक शर्मनाक क्या हो सकता है? ममता बनर्जी ने 'मां माटी और मानुष' का नारा दिया था लेकिन राज्य में न तो माताएं सुरक्षित हैं और न ही बहनें. संदेशखाली में जो हुआ वह दिल दहला देने वाला है. जहां टीएमसी के गुंडों ने हमारी बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया.
ये भी पढ़ें -