मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 एकनाथ शिंदे के लिए महत्वपूर्ण रहा है. ऐसे में उन्होंने कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा सीट से एक लाख 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है. मौजूदा विधायक एकनाथ शिंदे ने अपने दिवंगत गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे और निर्दलीय मनोज शिंदे को शिकस्त है.
चुनाव आयोग के मुताबिक कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा शिंदे को कुल 1 लाख 59 से ज्यादा वोट मिले, जबकि प्रकाश दिघे महज 38343 वोट ही हासिल कर सके. वहीं, मनोज की शिंदे में खाते में सिर्फ 1653 वोट ही आए.
लोकसभा चुनाव में सीट पर हुआ था कड़ा मुकाबला
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर काफी कड़ी टक्कर देखने को मिली थी, जहां शिंदे के गुट के नरेश म्हास्के ने यूबीटी के मौजूदा सांसद राजन विचारे को इस सीट पर काफी बढ़त के साथ हराया था. इस जीत ने इस क्षेत्र में शिंदे के दबदबे को और मजबूत किया और विधानसभा चुनावों के लिए मंच तैयार किया.
एकनाथ शिंदे की राजनीतिक यात्रा ठाणे से ही शुरू हुई थी, जहां वे 2004 में एक जमीनी नेता से विधायक बने. कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा बनने के बाद उन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी और 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन बार जीत हासिल की.
2022 में शिवसेना में विभाजन शिंदे के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ. उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करते हुए शिंदे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को कायम रखने का दावा किया. भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से उनके गुट ने सरकार बनाई और शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला. शिवसेना (UBT) ने उन्हें 'देशद्रोही' करार दिया.
कोपरी-पचपाखड़ी निर्वाचन क्षेत्र
कोपरी-पचपाखड़ी में केदार दिघे का उपनाम आनंद दिघे की विरासत को दर्शाता है, जो ठाणे की राजनीति में एक बड़े नाम और शिंदे के राजनीतिक गुरु हैं. निर्दलीय उम्मीदवार मनोज शिंदे के मैदान में उतरने से मुकाबले में एक और आयाम जुड़ गया, जिससे वोटों में विभाजन की संभावना बढ़ गई थी.
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