नई दिल्लीःविपक्ष के नेता राहुल गांधी 9 दिसंबर को महाराष्ट्र के मरकडवाड़ी गांव में ईवीएम के खिलाफ महा विकास अघाड़ी के विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर अपनी बात रखने जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी-एसपी से मिलकर बनी एमवीए ने सत्तारूढ़ महायुति पर ईवीएम में बड़े पैमाने पर 'छेड़छाड़' करके लोगों के जनादेश को 'चुराने' का आरोप लगाया है.
एमवीए, जिसे 288 में से 150 से अधिक सीटें जीतने का भरोसा था, वह सिर्फ 56 सीटों पर सिमट गई, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा-एनसीपी-शिवसेना महायुति ने 230 सीटें जीतीं. चुनाव में हार के बाद स्तब्ध कांग्रेस ने नतीजों को खारिज कर दिया और घोषणा की कि वह ईवीएम के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी.
सोलापुर जिले की मालशिरस विधानसभा सीट का मरकडवाड़ी गांव चर्चा में आ गया है, क्योंकि स्थानीय एनसीपी-एसपी विधायक उत्तमराव जानकर, जिन्होंने ईवीएम के जरिए चुनाव जीता था, ने अपनी बात साबित करने के लिए इस्तीफा देने और बैलेट पेपर पर फिर से चुनाव लड़ने की पेशकश की है. क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने केवल मतपत्रों का उपयोग करके एक बूथ पर मॉक पोल करने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने ईटीवी भारत से कहा, "ईवीएम के खिलाफ एमवीए का विरोध पूरे राज्य में तेज किया जाएगा. हमारे वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को 9 दिसंबर को मार्कवाड़वाड़ी में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है."
राहुल गांधी सोमवार को गांव में ईवीएम के खिलाफ पैदल मार्च निकाल सकते हैं, जहां उनके साथ राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं.
पटोले ने ईटीवी भारत को बताया, “मतदाताओं को प्रक्रिया पर संदेह है. उन्हें लगता है कि उन्होंने एक पार्टी को वोट दिया था, लेकिन वह जीत नहीं पाई और नतीजे सही तस्वीर नहीं दिखाते हैं. इसलिए, पूरे राज्य में मांग की जा रही है कि भविष्य में सभी स्थानीय निकाय चुनाव मतपत्रों से कराए जाएं,"