कोटा.लोकसभा स्पीकर ओम बिरला गुरुवार को कोटा के दौरे पर रहे. यहां वो स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज के गोबरिया बावड़ी स्थित प्रसाद भवन में रेनोवेट हुए नए हॉल के लोकार्पण समारोह में शामिल हुए. वहीं, समारोह को संबोधित करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि साल 2014 के पहले लोग सोचते थे कि देश में कभी गठबंधन के अलावा सरकार बन ही नहीं सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि 20 सालों तक गठबंधन की सरकार चली थी. पहले अटल बिहारी वाजपेयी और फिर मनमोहन सिंह के नेतृत्व में गठबंधन की सरकारें रही, लेकिन उसके बाद देश के मतदाताओं ने एक मजबूत सरकार की आवश्यकता को महसूस किया और इसके साथ ही गठबंधन का युग समाप्त हो गया.
धारीवाल पर कंसा तंज :स्मार्ट सिटी के तहत तैयार हुए दशहरा मैदान की बात करते हुए बिरला ने कहा कि पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने अपने कार्यकाल के दौरान कई चीजों पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने वहां जो जो पत्थर लगवाए थे, वो टूट गए थे. उसे भी ठीक नहीं किया गया. कुछ ऐसा ही खड़े गणेशजी उद्यान और मंदिर के साथ भी किया गया. धारीवाल ये भाजपा के शासन में बना है. ऐसे में वो क्यों उस पर ध्यान दें. बिरला ने कहा कि किसी ने भी बनवाया हो, अच्छी चीज बनी है तो उसमें लगातार सुधार और मेंटेनेंस होना चाहिए. सरकारें आती जाती रहती हैं. सरकार हमारे हाथ में नहीं है. ये फैसला तो जनता जनार्दन के हाथों में होता है. आज का मतदाता काफी सोच समझकर मतदान करता है. सभी शिक्षित हैं.
इसे भी पढ़ें -बूंदी में बिरला ने दिलाई विकसित भारत के निर्माण की शपथ, कहा- स्वावलंबी युवा करेंगे आत्मनिर्भर देश का निर्माण
धारीवाल कुछ और ही सोच रहे थे :स्पीकर बिरला ने पूर्व मंत्री धारीवाल पर तंज कंसते हुए कहा कि उनकी सोच कुछ और थी. मैं चाहता था कि कोटा में नए संयंत्र स्थापित हो, यह बड़े प्लांट लगने से छोटे एमएसएमई सेक्टर को भी फायदा पहुंचता है और इससे रोजगार बढ़ता है, लेकिन उनका ध्यान कुछ और करने में था. हर व्यक्ति की रुचि अलग होती है. इसी तरह से उन्हें चौराहे बनाने में ज्यादा विश्वास था. इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद उद्योगपतियों से उन्होंने कहा कि आप निश्चिंत रहिए, आपकी जो अपेक्षा व आशाएं हैं, वे आप बताते रहे. कोई भी कठिनाई या फिर परेशानी होगी तो उसका समाधान किया जाएगा. आगे उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बड़ी इंडस्ट्री लगाने के लिए इच्छा जाहिर करता है तो उसकी जानकारी उन्हें दें. वो खुद उससे बात करेंगे और कोटा में इंडस्ट्री लगवाने के प्रयास करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां आईटी पार्क बनाने की भी उनकी योजना है.