बाजार में आ गई रामनगर की लीची (Video- ETV Bharat) रामनगर: उत्तराखंड के नैनीताल जिले की जीआई टैग वाली लीची तैयार हो गई है. ठेकेदारों ने लीची तुड़ाई का कार्य शुरू करवा दिया है. कई लोगों को लीची तुड़ाई के कार्य में रोजगार मिला है. उत्तराखंड की ये लीची देश के साथ ही विदेश में भी जाकर मिठास घोलेगी.
रामनगर की लीची तैयार हो गई है (Photo- ETV Bharat) लीची की तुड़ाई शुरू:उत्तराखंड के नैनीताल जिले की लीची का स्वाद देश के साथ ही विदेश के लोगों को भी चखने को मिलता है. यहां की लीची का स्वाद अलग ही मिठास से भरा होता है. इसीलिए इस लीची को जीआई टैग भी मिला है. जीआई टैग मिलने से रामनगर की इस लीची का रुतबा बढ़ गया है. यह लीची मई के महीने से बाजार में आनी शुरू हो जाती है. लेकिन जून के शुरुआती हफ्ते से रामनगर की लीची की रंगत बढ़ जाती है.
बगीचों में लीची से रोजगार मिला है (Photo- ETV Bharat) लीची की फसल ने दिया रोजगार: उत्तराखंड के रामनगर, कालाढुंगी, चकलुआ आदि की लीची अब आम लोगों के स्वाद को बढ़ाने और मन की खुश करने के लिए बिलकुल तैयार है. आपको बता दें लंबे समय के बाद अब लीची के तुड़ान का काम बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है. यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष लीची की कटाई-छंटाई और पैकिंग का काम कर रहे हैं. इससे नैनीताल जिले के हजारों ग्रामीणों को रोजगार मिला है.
रामनगर की लीची विदेश तक फेमस है (Photo- ETV Bharat) लीची के बगीचों में आई बहार: लीची के बागान को ठेके में लिए ठेकेदार ताहिर हुसैन कादरी ने कहा कि हमारे बगीचे में लीची तुड़ाई का कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि हमारी लीची देश के साथ ही विदेश में भी अपना स्वाद छोड़ती है. उन्होंने कहा कि इस बार बारिश नहीं होने के चलते लीची फूली नहीं, जिससे उनको अच्छी आमदनी नहीं हो पाई.
रामनगर की लीची को जीआई टैग मिला है (Photo- ETV Bharat) विदेश तक सप्लाई होती है रामनगर की लीची: वहीं नैनीताल जिले के ही कादिर हुसैन कहते हैं कि उत्तराखंड के नैनीताल जिले की लीची राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने स्वाद के लिए जानी जाती है. वह कहते हैं कि यहां की लीची का स्वाद अन्य राज्यों के मुकाबले अलग है, जो अपने आप को सबसे अलग करती है, इसीलिए यहां की लीची देश-विदेश में भी सप्लाई होती है.
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