कुवैत अग्निकांड : 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर लेकर भारतीय वायुसेना का विमान कोच्चि के लिए रवाना - Kuwait fire tragedy
Kuwait Fire Tragedy: कुवैत अग्नि त्रासदी में मारे गये 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर लेकर भारतीय वायुसेना का विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है. जानकारी के मुताबिक, राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में सवार हैं.
कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है. विमान में राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्होंने शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैती अधिकारियों के साथ समन्वय किया है. (X/@indembkwt)
कुवैत सिटी: कुवैत में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार सुबह बताया कि कुवैत में आग लगने की दुखद घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है. भारतीय दूतावास ने एक्स पर लिखा कि कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है. इसमें आगे कहा गया है कि राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में सवार हैं. जानकारी के मुताबिक उन्होंने कुवैती अधिकारियों के साथ समन्वय करके लोगों को शीघ्र वापस लाने का काम किया.
बुधवार को यहां आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों में केरल के 23 निवासी भी शामिल थे. इस घटना ने कुवैत और भारत दोनों के समुदायों में शोक की लहर दौड़ा दी है. पीड़ितों का विस्तृत विवरण तबाही की सीमा को दर्शाता है: तमिलनाडु से 7, आंध्र प्रदेश से 3, बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल से 1-1, इसके अलावा केरल से 23 लोग.
कुवैती अधिकारी आग के कारणों की जांच करने और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है और त्रासदी से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.
भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने 13 जून को कुवैत के अस्पतालों का दौरा किया, जहां उन्होंने मंगाफ में हुई दुखद आग की घटना के बाद इलाज करा रहे भारतीय नागरिकों से बातचीत की. उनकी यात्रा ने विदेशों में अपने नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और संकट के समय में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला.