कोलकाता : कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या के मामले की जांच कर रहे सीबीआई के सामने पूछताछ के लिए शनिवार को दूसरे दिन पेश हुए. बता दें कि डॉ. घोष को शुक्रवार को करीब 14 घंटे तक केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों द्वारा पूछताछ के बाद शनिवार को साल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था.
सीबीआई कार्यालय में प्रवेश करते समय डॉ. घोष ने कहा, "मैं गिरफ्तार नहीं हूं, सीबीआई ने मुझे गिरफ्तार नहीं किया है. मैं जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं." इसके तुरंत बाद घोष को कार्यालय के अंदर ले जाया गया. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के शुरुआती दौर में आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल के बयान में विसंगतियां पाई गई हैं. सूत्रों ने बताया कि शुरुआत में डॉ. घोष ने सीबीआई अधिकारियों को बताया था कि घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया था और उनसे उचित जांच करने का अनुरोध किया था. लेकिन, जब उनसे पूछा गया कि संस्था के प्रिंसिपल के रूप में उन्होंने क्या किया और उनकी उपस्थिति ने बलात्कार और हत्या मामले में पुलिस की जांच प्रक्रिया को कैसे प्रभावित किया, तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि वे डॉ. घोष के कल के बयान की तुलना आज पूछताछ के दौरान उनके द्वारा कही गई बातों से करेंगे. इस बीच, सीबीआई अधिकारियों की एक अलग टीम संजय रॉय को आगे की जांच के लिए साल्ट लेक स्थित कोलकाता सशस्त्र पुलिस, 4वीं बटालियन मुख्यालय ले गई. रॉय इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए एकमात्र व्यक्ति हैं. उसे कोलकाता पुलिस ने जांच के शुरुआती दिनों में ही गिरफ्तार कर लिया था, जिसने हत्या की शिकार मेडिकल छात्रा के शव के पास मिले टूटे हुए ब्लूटूथ डिवाइस से मिले सुराग के आधार पर उसका पता लगाया था.