चंडीगढ़: पैदल चलना एक ऐसा व्यायाम है. जो हर एज ग्रुप के लिए फायदेमंद है. खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं को हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. ऐसे हालात में महिलाओं के लिए वॉकिंग (Walk Benefits in Pregnancy) सबसे अच्छा ऑप्शन है. अब सवाल ये उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए? कितना पैदल चल कर वो खुद को एक्टिव रख सकती हैं. इस बार में ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई की गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर भारती जोशी से खास बातचीत की.
सुबह के वक्त टहलना फायदेमंद: डॉक्टर भारती जोशी ने बताया "मैं गर्भवती महिलाओं को पैदल चलने की सलाह देती हूं. गर्भावस्था एक ऐसा समय है. जहां महिलाओं का लक्ष्य अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर (Walk Benefits in Pregnancy) बनाना होता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए सुबह और शाम का वक्त वॉक करने के लिए सबसे उचित समय है. इससे वो खुद को स्वस्थ और एक्टिव रख सकती हैं. टहलना उन गर्भवती महिलाओं को लिए भी बेहतर है. जिन्होंने कभी व्यायाम नहीं किया. वॉक करने से एक तो वजन संतुलित रहता है.
जोखिम को कम करती है वॉकिंग: पैदल चलने से महिलाओं को पीठ दर्द, पैर में ऐंठन और सूजन से राहत मिलती है. पैदल चलना या टहलना गर्भावस्था के दौरान मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है. इसके अलावा पैदल चलने से गर्भावस्था के दौरान होने वाले जोखिम ना के बराबर होते हैं. जैसे कि प्रीक्लेम्पसिया NIH बाहरी लिंक (गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप), प्रसव की अवधि और प्रसवोत्तर रिकवरी, सिजेरियन सेक्शन (या सी-सेक्शन) होने का जोखिम.