खरगोन: खरगोन जिले के ग्राम मेनगांव पिपराटा के वर्मा परिवार में हुई शादी पूरे जिले में चर्चा का विषय है. यहां सहायक शिक्षक राधेश्याम वर्मा के बेटे जितेंद्र ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को साक्षी मानकर अपनी दुल्हन वेदिका के गले में वरमाला डाली. इस मौके पर दूल्हा व दुल्हन के साथ ही समाज के लोगों ने बाबा साहेब के विचारों को प्रसारित करने का संकल्प लिया.
खरगोन में दूल्हा-दुल्हन ने ली संविधान की शपथ, बाबासाहेब की प्रतिमा को साक्षी बना लिए सात फेरे - BRIDE GROOM OATH CONSTITUTION
खरगोन में अनोखा विवाह, दूल्हा-दुल्हन व मेहमानों ने बाबा साहेब की प्रतिमा के सामने समाज में समानता लाने का संकल्प लिया.
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Feb 13, 2025, 6:14 PM IST
शादी के फेरे से पहले दूल्हा-दुल्हन ने संविधान की शपथ ली और विवाह बंधन में बंध गए. इसके साथ ही सारे मेहमानों ने भी समाज में समानता का भाव लाने का संकल्प लिया. बुधवार रात को मेनगांव पिपराटा बस स्टैंड क्षेत्र में हुए इस अनूठे विवाह के मेहमानों के साथ समाज के कई लोग साक्षी बने. मेहमानों ने भी बाबा साहेब के साथ ही गौतम बुद्ध के सिद्धांतों का जीवन में पालन करने की बात कही. दूल्हा जितेंद्रने कहा "डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान व गौतम बुद्ध के विचारों की वजह से सभी समान भाव से देश में रह रहे हैं."
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संविधान में सभी को बराबरी का अधिकार
दूल्हा जीतेंद्र ने कहा "आज हम जो भी हैं तो बाबा साहेब के कारण हैं. संविधान में मिले बराबरी के अधिकार के कारण ही देश आगे बढ़ रहा है. भारत को दुनिया में सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में जाना जाता है. बाबा साहेब के विचारों की गूंज भारत ही नहीं बल्कि कई देशों में है. बाबा साहेब को मानने वाले सभी देशों में हैं. हमारा देश संविधान के अनुसार चल रहा है. इसलिए कई देश भारत का उदाहरण देते हैं. बाबा साहब ने पिछड़े लोगों को अधिकार दिलाए. उनसे प्रेरित होकर समाज में उनके सिद्धांतों को प्रसारित करने के लिए ऐसा विवाह आयोजन रखा गया."