कोच्ची : केरल सरकार ने अपना विदेश सचिव नियुक्त किया है. यह सुनकर आप चौंक न जाएं. आपके मन में सवाल उठा रहा होगा कि विदेश सचिव तो भारत सरकार के दायरे में आता है, लिहाजा नियुक्ति भी केंद्र सरकार करेगी, फिर किसी राज्य का नाम क्यों लिया जा रहा है. लेकिन यह खबर सही है. केरल ने के. वासुकी नाम की एक आईएएस अधिकारी को विदेश सचिव नियुक्त कर दिया है.
केरल भाजपा यूनिट ने लेफ्ट सरकार के इस फैसले की आलोचना की है. पार्टी ने इसे न सिर्फ 'अतिक्रमण' बताया है, बल्कि संविधान की संघ सूची का भी उल्लंघन बताया. केरल भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन संघीय सूची का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विजयन सरकार केरल को अलग देश के रूप की तरह व्यवहार कर रही है.
विवाद होने के बाद केरल सरकार ने सफाई दी है. सरकार का कहना है कि हमने के. वासुकी को बाह्य सहयोग से जुड़े मामलों का अतिरिक्त प्रभार दिया है, जबकि उनकी नियुक्ति श्रम एवं कौशल विभाग में सचिव की है.