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कुरान को आसानी से समझाने वाला ऐप रमजान के महीने में हो रहा लोकप्रिय - Kashmir Tarjum e Quran App news

Kashmir Tarjum e Quran App : कश्मीरी युवक खाकी उमर फलाही ने कुछ साथियों के साथ मिलकर 'कश्मीर तर्जुमा कुरान' ऐप लॉन्च किया है, ये कई धार्मिक ग्रंथों के अलावा वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट प्रारूपों के माध्यम से पवित्र कुरान के कश्मीरी अनुवाद को आसानी से समझा सकता है. पढ़िए ईटीवी भारत के परवेजुद्दीन की रिपोर्ट.

Kashmir Tarjum e Quran App
खाकी उमर फलाही

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 8, 2024, 7:44 PM IST

Updated : Apr 8, 2024, 8:57 PM IST

देखिए वीडियो

श्रीनगर:एक कश्मीरी युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऑनलाइन ऐप बनाया है जो रमजान के पवित्र महीने में काफी लोकप्रिय हो रहा है. ये ऐप पवित्र कुरान का स्थानीय भाषा में अनुवाद करता है ताकि लोगों को ये बेहतर समझ आ सके.

खाकी उमर फलाही ने कुछ साथियों के साथ मिलकर 'कश्मीर तर्जुमा कुरान' के बैनर तले ऐप लॉन्च किया है जो पढ़ने वालों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है. यह ऐप पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है.

पवित्र कुरान के अलावा, इस ऐप में कश्मीरी अनुवादों में कई धार्मिक ग्रंथों को शामिल किया गया है, जिससे यह उपयोगकर्ताओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो गया है. ऐप वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट प्रारूपों के माध्यम से कश्मीरी में कुरान का अनुवाद प्रदान करता है, जिसमें मौलाना मोहम्मद यूसुफ शाह (आरए) द्वारा कुरान का पहला अनुवाद और अताउल्लाह मनिगामी द्वारा कश्मीरी में पवित्र कुरान का प्रस्तुतीकरण शामिल है.

ऐप की खासियत है कि कोई भी कश्मीरी में पवित्र कुरान का अनुवाद पढ़ सकता है. साथ ही यूजर्स इसे वीडियो फॉर्मेट में भी सुन सकते हैं. इसका मतलब यह है कि साक्षर और बिना पढ़े लिखे, दोनों तरह के लोग इस ऐप के माध्यम से पवित्र कुरान के कश्मीरी अनुवाद से आसानी से लाभ उठा सकते हैं.

ऐप के बारे में बताते हुए खाकी उमर ने कहा कि धार्मिक ज्ञान और शिक्षा की खोज के दौरान उन्हें कुरान का कश्मीरी में अनुवाद करने के लिए एक डिजिटल ऐप बनाने का विचार आया. 2017 में इस विचार को मूर्त रूप दिया गया, जिससे दोस्तों के सहयोग से औपचारिक शुरुआत हुई. इसके बाद, अताउल्लाह मनिगामी ने ऐप की पाठ्य सामग्री में बड़े पैमाने पर योगदान दिया, साथ ही कुरान के अनुवाद के लिए भी अपनी आवाज दी.

डेवलपर्स और भागीदारों के सहयोगात्मक प्रयासों से ऐप को 2021 में जनता के लिए सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था. एक प्रश्न के जवाब में खाकी उमर ने कहा 'ऐप लॉन्च के बाद से काफी सफल रहा है. एक लाख से अधिक डाउनलोड से पता चलता है कि उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रियता यह काफी लोकप्रिय है.'

खाकी उमर ने इस बात पर जोर दिया कि इस ऐप के निर्माण में किसी भी संगठन से कोई बाहरी फंडिंग या समर्थन शामिल नहीं था. उन्होंने कहा कि 'इसे डेवलप करने में हुआ सारा खर्च हम सभी ने मिलकर उठाया है.'

उमर ने भविष्य में ऐप में प्रसिद्ध विद्वानों के कार्यों और उर्दू अनुवादों के अलावा अधिक प्रमाणित धार्मिक पुस्तकों को शामिल करने की योजना का भी खुलासा किया. इसके अतिरिक्त, ऐप में जल्द ही इस्लाम के पैगंबर के रिकॉर्ड किए गए भाषणों के सबसे आधिकारिक और विश्वसनीय संग्रहों में से एक, साहिह बुखारी का कश्मीरी में प्रामाणिक अनुवाद शामिल करने की तैयारी चल रही है.

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