उत्तर कन्नड़/कोझिकोड: कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में मंगलवार को भारी बारिश के कारण भारी भूस्खलन हुआ था. जिसमें कई लोगों के लापता होने की खबर मिली थी. गुरुवार को लापता हुए लोगों के कुल 7 शव पाए गए. इलाके में बचाव दल लगातार पहाड़ी ढहने वाले क्षेत्र और गंगावली नदी में तीन अन्य लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं. भूस्खलन मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 66 पर अंकोला तालुक के शिरूर गांव के पास हुआ था. खबर के मुताबिक, इस भूस्खलन में केरल के कन्नडिक्कल के मूल निवासी अर्जुन लापता बताए जा रहे हैं. भूस्खलन की घटना को हुए 4 दिन हो चुके हैं लेकिन लॉरी ड्राइवर की अब तक कोई खबर नहीं मिल पाई है. वहीं, जीपीएस सिस्टम बता रहा है कि, भूस्खलन के कारण लॉरी मिट्टी के नीचे दब गई है.
उत्तर कन्नड़ में भूस्खलन, 10 लोग लापता, 7 शव बरामद
16 जुलाई को हुए भूस्खलन में कुल 10 लोग लापता हो गए थे. संबंधित कंपनी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक एचपीसीएल 1 और दो बीपीसीएल टैंकर सहित तीन टैंकर और एक लॉरी लापता हैं. इनमें तमिलनाडु के नामकल के टैंकर ड्राइवर चिन्नान (56) और तमिलनाडु के मुरुगन (46) के शव मिले हैं. एक और अन्य टैंकर ड्राइवर का अभी तक पता नहीं चल सका है. वह भी तमिलनाडु के रहने वाला बताया जा रहा है.
लापता लोगों में केरल का अर्जुन भी शामिल
वहीं, रामानगर, जोइदा, उत्तर कन्नड़ से केरल जा रही लकड़ी से भरी एक लॉरी भी लापता बताई जा रही है. लॉरी का ड्राइवर अर्जुन भी लापता है. अर्जुन केरल से हैं और उनके रिश्तेदारों ने घटनास्थल पर पहुंची लॉरी के जीपीएस स्थान के आधार पर उत्तर कन्नड़ जिला प्रशासन से संपर्क किया है. लापता ड्राइवर अर्जुन के परिवार ने बताया कि आज सुबह जब उन्होंने अर्जुन को फोन किया तो फोन की घंटी बच रही थी. इससे उन्हें उनके जीवित होने की उम्मीद जगी है. हालांकि, वर्तमान में फोन स्वीच ऑफ बता रहा है. अर्जुन की तलाश में तेजी लाने के लिए उनके मोबाइल नंबर को कर्नाटक साइबर सेल के साथ साझा किया गया है. पत्नी और बहन ने बचाव अभियान में राज्य सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस और फायर फोर्स को रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.
कहां है ड्राइवर अर्जुन, लॉरी का इंजन चालू था!
इस बीच, भारत बेंज कंपनी ने परिवार को सूचित किया कि लॉरी का इंजन कल रात तक चालू था. अर्जुन उन्नत प्रणालियों वाली एक नई लॉरी में यात्रा कर रहे थे. परिवार ने बताया कि गाड़ी की जीपीएस लोकेशन अभी भी मिट्टी के नीचे है. लॉरी ट्रांसपोर्ट एम्पलाइज यूनियन के पदाधिकारियों ने भी बताया कि वे मदद के लिए लगातार परिवहन आयुक्त से संपर्क कर रहे हैं. फिलहाल शिरूर में एनडीआरएफ, पुलिस और फायर फोर्स के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
नेशनल हाइवे पर भूस्खलन
कोझिकोड के सांसद एमके राघवन ने प्रतिक्रिया दी कि दुर्घटना में हर संभव हस्तक्षेप किया जा रहा है. इस भूस्खलन में तीन वाहनों को नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों ने यह भी बताया कि एक टैंकर पास की नदी में बह गया है.इस बीच केरल के परिवहन मंत्री केबी गणेश कुमार ने कहा कि अर्जुन को ढूंढने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने इस मामले पर कर्नाटक के परिवहन मंत्री से बात की है और कासरगोड कलेक्टर को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. अर्जुन 8 जुलाई को गए थे. उन्होंने आखिरी कॉल सोमवार को की थी. परिवार ने यह भी कहा कि वे मंगलवार से उनसे फोन पर संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. बता दें कि, भूस्खलन हादसा इसी महीने की 16 तारीख को सुबह के 9 बजे कर्नाटक के शिरूर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ था. भूस्खलन में कई गाड़ियां फंस गईं. इसी बीच पता चला कि जिस लॉरी में अर्जुन फंसा था, वह मुक्कम निवासी जितिन की थी. केरल में लकड़ी ले जाने वाली लॉरी में अर्जुन एकमात्र व्यक्ति था.
लापता लोगों की खोज-तलाश जारी
घटना वाले दिन शिरूर स्थित होटल में मौजूद होटल मालिक लक्ष्मण नाइक, उनकी पत्नी शांति नाइक और बेटे रोशन के शव गंगावली नदी के किनारे पाए गए थे. लक्ष्मण नाइक की बेटी अवंतिका (6) का शव गुरुवार को मिला. इसके अलावा, अंकोला के बेलंबरा में समुद्र तट के पास एक और क्षतविक्षत शव मिला है. अब अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह शव भूस्खलन में मारे गए किसी अंजान व्यक्ति का है या कहीं से बहकर आया है. इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम दोनों लॉरी-टैंकर चालकों और अन्य लोगों की नदी में लगातार तलाश जारी रखे हुए है.
डीसी की प्रतिक्रिया
इलाके के डीसी ने इस पर प्रतिक्रिया देत हुए कहा कि, अंकोला तालुक में शिरुर के पास भूस्खलन आपदा में कुल 10 लोगों के लापता होने की शिकायतें मिली हैं. उन्होंने आगे कहा कि, हाईवे के बगल में होटल रखने वाले एक ही परिवार के 5 सदस्यों, उलुवर की एक महिला, तीन टैंकर ड्राइवरों और एक लकड़ी परिवहन लॉरी चालक के लापता होने की शिकायतें मिलीं. एचपी गैस टैंकर से गैस बाहर छोड़ी जा रही है, जो गुड्डाकुसिटा से गंगावली नदी में गिर गई है. नौसेना बेस, तट रक्षक और कंपनी की विशेषज्ञ टीम द्वारा सगाडगेरी, अंकोला के पास आवश्यक सावधानी बरती जा रही है. टैंकर से गैस छोड़ने के लिए आसपास के इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, उत्तर कन्नड़ जिला कलेक्टर लक्ष्मीप्रिया ने कहा, मोबाइल फोन के इस्तेमाल, वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और ग्रामीणों को एक स्थान से दूसरे स्थान शिफ्ट किया जा रहा है.
बता दें कि, राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 60 मीटर तक गिरी पहाड़ी को हटाने के लिए चौथे दिन भी निकासी अभियान जारी रहा. वहीं, खबर है कि, भारी बारिश के कारण ऑपरेशन बाधित हो गया है. ऑपरेशन में शामिल लोगों ने बताया कि मिट्टी हटाने में दो दिन और लग सकते हैं.
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