चेन्नई: कल्लकुरिची शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बुधवार को 63 हो गई. अधिकारियों के अनुसार, करुनापुरम के रंजीत कुमार की मौत सलेम सरकारी अस्पताल में हुई, जबकि येसुदास और रामनाथन ने पुडुचेरी जिपमेर अस्पताल में अंतिम सांस ली.
18 और 19 जून को कल्लकुरिची नगर पालिका के अंतर्गत कोटाइमेडु, करुनापुरम के करीब 220 लोगों ने मेथनॉल के साथ अवैध शराब पी थी. कुल 220 लोगों को बीमारी के कारण कल्लकुरिची, सलेम, विल्लुपुरम जिला सरकारी अस्पतालों और पुडुचेरी जिपमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया. अभी तक, कल्लकुरिची में 47 लोग, सलेम में 29 लोग, विल्लुपुरम में 2 लोग, पुडुचेरी जिपमेर अस्पताल में 9 लोग, चेन्नई में एक और 88 अन्य लोग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने कल्लकुरिची जहरीली शराब मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. महिला आयोग ने बताया है कि जहरीली शराब की घटना में छह महिलाएं पीड़ित हुई हैं. इसके आधार पर महिला आयोग ने महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया है. खुशबू सुंदर के साथ दल के सदस्यों ने कल्लकुरिची करुणापुरम गांव का दौरा किया और जांच शुरू की. उन्होंने जहरीली शराब पीने से मरने वाले पीड़ितों के परिवारों से भी मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की.
मीडिया से बात करते हुए खुशबू ने कहा कि, 'जहरीली शराब पीने वाले कुछ लोगों की आंखें खराब हो गई हैं. खुशबू ने कहा, सभी पीड़ितों को उचित उपचार दिया जा रहा है. अवैध शराब की वजह से 62 परिवार प्रभावित हुए हैं. देखना यह है कि इन मौतों पर कौन प्रतिक्रिया देता है. हमारी जांच में पता चला है कि कई गलतियां हुई हैं. अधिकारियों ने कार्रवाई की है. हम कल अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे'.
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