चंडीगढ़ :विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव अब हमारे बीच नहीं रहे. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. रामोजी राव को श्रद्धांजलि देने के लिए हर अल्फाज़ कम पड़ेगा. मीडिया समेत बाकी क्षेत्रों में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. दिवंगत रामोजी राव की याद में देश में जगह-जगह विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
रामोजी राव की याद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम :चंडीगढ़ के सेक्टर 27 में स्थित प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हरियाणा और पंजाब के पत्रकारों के साथ ईटीवी भारत के पत्रकार भी मौजूद रहे. यहां सभी ने रामोजी राव सर को पुष्पांजलि अर्पित की, साथ ही दो मिनट का मौन भी रखा.
कर्मचारियों को अपने बच्चों की तरह मानते थे रामोजी राव :रामोजी राव अपने कर्मचारियों को अपने बच्चों की तरह मानते थे और दुनिया को अलविदा कहने से पहले उन्होंने अपने सभी कंपनियों के कर्मचारियों के लिए एक वसीयत लिखी थी. उनका मानना था कि हर कर्मचारी को पूरी ताकत और लगन के साथ काम करना चाहिए. साथ ही उन्हें चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. चंडीगढ़ में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान उनके इस विशेष संदेश यानि उनकी वसीयत को पढ़कर सुनाया गया. साथ ही रामोजी राव की जीवन यात्रा से संबंधित वीडियो डॉक्यूमेंट्री भी इस दौरान सभी ने देखी जो हर किसी के लिए प्रेरणास्त्रोत है.
"रामोजी राव को कभी भुलाया नहीं जा सकता":इस दौरान चंडीगढ़ प्रेस क्लब के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रमेश हांडा ने भी रामोजी राव को श्रद्धांजलि देते हुए पत्रकारिता के जगत में उनके अहम योगदान को याद किया. हांडा ने कहा कि एक समय था, जब वे भी ईटीवी भारत के सदस्य थे और वे रामोजी राव के वैल्यूज़ से काफी ज्यादा प्रभावित थे. उन्हें ईटीवी भारत में रहते हुए कई बेहतरीन खबरों पर काम करने का मौका मिला और रामोजी राव का निधन सभी के लिए अपूरणीय क्षति है.