जम्मू :भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसके बाद पार्टी को कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद जम्मू में पार्टी कार्यालय पर कई भाजपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
जम्मू में पार्टी कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया (ETV Bharat) इससे पहले भाजपा ने उम्मीदवारों की एक सूची जारी की थी, लेकिन इसे वापस ले लिया गया और बाद में नई सूची जारी की गई, जिसके कारण सोमवार को जम्मू स्थित भाजपा दफ्तर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. जम्मू में पार्टी दफ्तर के बाहर जुटे भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी उन लोगों को टिकट नहीं दे रही है जो वरिष्ठ और अधिक योग्य हैं.
भाजपा के एक नेता ने कहा, "मेरे साथ गलत व्यवहार किया गया है. अगर यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो भाजपा को इसके परिणाम भुगतने होंगे. हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी के भीतर अपना विरोध जारी रखेंगे."
भाजपा दफ्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन को लेकर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि पार्टी अभी 18 सितंबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव पर फोकस रही है. कार्यकर्ताओं को ऐसी परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर उन्हें कोई समस्या है तो वे एक-एक करके उनसे मिल सकते हैं और उनकी समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाएगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना का बयान (ETV Bharat) नई सूची में कोई बदलाव नहीं...
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को पहले 44 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, लेकिन इस सूची को जल्द ही वापस ले लिया गया. इसके बाद भाजपा ने उम्मीदवारों की दो नई लिस्ट जारी की, जिसमें केवल 16 नाम शामिल हैं. भाजपा ने पहले चरण की सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की. इन सीटों पर वापस ली गई सूची और नई सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
पहली सूची में नहीं था ओम खजुरिया का नाम
भाजपा की पहली सूची में जम्मू उत्तर से शाम लाल शर्मा का नाम शामिल था. शर्मा हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हैं. जबकि इस सीट से भाजपा के ओम खजुरिया चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. खजुरिया को उम्मीदवार न बनाए जाने के विरोध में उनके समर्थक जम्मू में भाजपा दफ्तर के बार जुट गए और उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे. उनका कहना है कि पार्टी में टिकट बंटवारे में स्थानीय कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया है और बाहरी नेता को टिकट दिया गया है.
पहली सूची में तीन चरणों की सीटें शामिल थीं...
पार्टी के भीतर आंतरिक विरोध के कारण भाजपा को पहली सूची वापस लेनी पड़ी, जिसमें तीन चरणों की सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई थी. जम्मू-कश्मीर में 19 सिंतबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में मतदान होना है. चुनाव नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है.
यह भी पढ़ें-जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव : स्टार प्रचारकों में पीएम मोदी और अमित शाह समेत 40 नेताओं के नाम