जयशंकर ने सिंगापुर के पीएम के साथ हरित अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा की - Jaishankar meets Singapore PM - JAISHANKAR MEETS SINGAPORE PM
Jaishankar Singapore PM discusson: विदेश मंत्री एस जयशंकर सिंगापुर की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंंने सिंगापुर के पीएम के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की.
जयशंकर ने सिंगापुर के पीएम के साथ हरित अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा की (फोटो आईएएनएस)
नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने फिनटेक, डिजिटलीकरण, हरित अर्थव्यवस्था, कौशल विकास और खाद्य सुरक्षा में गहरी भागीदारी पर विचारों का आदान-प्रदान किया. विदेश मंत्री जयशंकर ने 25 मार्च को सिंगापुर की अपनी यात्रा समाप्त की. वह 23-25 मार्च तक सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा पर थे.
ये सिंगापुर, फिलीपींस और मलेशिया की उनकी यात्रा का पहला चरण था. जयशंकर ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मुलाकात की और सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग से भी मुलाकात की. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'उन्होंने फिनटेक, डिजिटलीकरण, हरित अर्थव्यवस्था, कौशल विकास और खाद्य सुरक्षा सहित हमारे सहयोग के पहचाने गए स्तंभों में जुड़ाव को गहरा करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया.'
विदेश मंत्री ने नेतृत्व और कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय कार्यक्रम किए. उन्होंने वरिष्ठ मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा के समन्वय मंत्री टीओ ची हेन से भी मुलाकात की. इसके अलावा, जयशंकर ने आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ व्यापक चर्चा की. विदेश मंत्री ने व्यापार और उद्योग मंत्री गण किम योंग के साथ भी एक सार्थक बैठक की, जो व्यापार और निवेश, हरित ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग पर केंद्रित थी.
उन्होंने हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए गृह मंत्री और कानून मंत्री के षणमुगम से भी मुलाकात की. अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर ने सिंगापुर में आईएनए में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की.
उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा बनाए गए 'नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गाथा' पर एक लघु वीडियो भी देखा. विदेश मंत्री ने आईएसएएस (दक्षिण एशियाई अध्ययन संस्थान) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी भाग लिया, जहां उन्होंने थिंक टैंक और नीति निर्माताओं के साथ बातचीत की. उनकी सिंगापुर यात्रा से भारत और सिंगापुर के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने और सहयोग के कई क्षेत्रों में प्रगति का जायजा लेने का अवसर मिला. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, 'सिंगापुर आसियान में भारत के लिए वर्तमान देश समन्वयक भी है और उसे 2023 में भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था.'