अयोध्या: जैन धर्मगुरु लोकेश मुनि ने अयोध्या में रामलला का आशीर्वाद लेने के बाद घोषणा की कि आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सद्भावना सदन का निर्माण कराया जाएगा. लोकेश मुनि अमेरिका के डेलिगेशन के साथ रामलला का आशीर्वाद लेने के लिए अयोध्या पहुंचे थे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में समृद्धि और खुशहाली हो इसके लिए रामलला से प्रार्थना की है. जैन धर्मगुरु ने कहा कि प्रभु श्रीराम का महत्व जितना हिंदू परंपरा में उतना जैन परंपरा में भी है. बौद्ध और सिख परंपरा में भी रामलला का विशेष महत्व है.
जैन धर्मगुरु ने कहा कि राम भारत की अस्मिता के प्रतीक हैं. अयोध्या जैन धर्म के चार तीर्थंकरों की भी जन्मभूमि है. अयोध्या पहुंचे लोकेश मुनि ने घोषणा करते हुए कहा कि लोकेश सेवा सद्भभावना ट्रस्ट अयोध्या में एक सद्भावना सदन का निर्माण करेगा. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद दुनियाभर से राम भक्त अयोध्या आ रहे हैं. राम भक्तों को श्रद्धालुओं को विश्व स्तर की सुविधा मिले इसका प्रयास है. आचार्य लोकेश सेवा सद्भभावना ट्रस्ट के नेतृत्व में सद्भभावना भवन का निर्माण कराया जाएगा. जैन धर्म में भगवान राम का वही सम्मान है, जो आदिनाथ ऋषभ और महावीर का है. अमेरिका से डेलिगेशन के साथ पहुंचे लोकेश मुनि ने कहा कि विलेज मोमेंट के प्रमुख डॉक्टर अनिल वी शाह के साथ में अयोध्या पहुंचा हूं. राम मंदिर निर्माण में दुनियाभर से अयोध्या के प्रति आकर्षण रहा है. अयोध्या उसके आसपास के गांव का भी विकास हो इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा.