हैदराबादः भारत में यात्रा के लिए रेलवे को सबसे मुफीद माना जाता है क्योंकि यह मुख्य साधन है. प्रमुख मार्गों खासकर महानगरों को जोड़ने वाले छोटे-बड़े शहरों को जोड़ने वाले रूटों पर यात्रियों का काफी लोड (दबाव) है. इस कारण आरक्षण काउंटरों पर रिजर्वेशन टिकट लेने के लिए लंबी कतारें दिखाई पड़ती हैं. आरक्षण काउंटरों पर भीड़ नियंत्रण और आम लोगों की सुविधा के लिए ऑनलाइन रेलवे टिकट का प्रचलन भी जोरों पर है. बता दें, ऑनलाइन टिकट बुकिंग कराना आसान है, लेकिन टिकट कैंसिल कराने में अच्छी खासी परेशानी होती है.
जानिए क्या हैं रेलवे के नियमः-
भारत में आरक्षित रेलवे टिकट 3 माध्यमों से प्राप्त करने की सुविधा है. पहला-रेलवे की ओर से संचालित रिजर्वेशन काउंटर, दूसरा-अधिकृत रेलवे रिजर्वेशन काउंटर से और तीसरा IRCTC के वेबसाइट पर अपने लॉगइन से. IRCTC से ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए यात्री को www.irctc.co.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा. यह सुविधा फ्री में उपलब्ध है. इसके लिए संबंधित व्यक्ति के पास ई-मेल और मोबाइल नंबर होना जरूरी है. इस पर सभी श्रेणियों में टिकट आरक्षण की सुविधा उपलब्ध है. टिकट शुल्क यूजर ऑनलाइन बैंकिंग प्लेटफार्म, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या कैश कार्ड के माध्यम से किया जा सकता है.
- I-Ticket यानि ऑनलाइन रेलवे टिकट कैंसिल कराने के लिए रेलवे की ओर से नियम निर्धारित है. पहली बात I-Ticket पर कोई भी नकद रिफंड नहीं होता है. बता दें कि टिकट पर ही अंकित रहता है I-Ticket-No Cash Refund. अर्थात इस टिकट को कैंसिल कराने पर हर हाल में बुकिंग कराने वाले के अकाउंट में रिफंड आएगा.
- I-Ticket में अगर कोई परिवर्तन (बोर्डिंग स्टेशन आदि) कराने की जरूरत है तो इसके लिए सभी परिवर्तन आरक्षण कार्यालय/काउंटर से किया जाएगा.
-किसी भी कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र पर निर्धारित समय में टिकट कैंसिल कराया जा सकता है. - I-Ticket के मामले में यात्री को Cancellation Advice दिया जायेगा, जिसके आधार पर IRCTC के माध्यम से नियमानुसार रकम की वापसी की जायेगी.
- निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद टिकट जमा रसीद (TDR) जारी करने का प्रावधान है.