नीलोफर बनी निकिता तो अबरार बने अभिषेक, इंदौर में कई लोगों ने इस्लाम छोड़कर अपनाया सनातन धर्म - Indore Religious Conversion
इंदौर में एक साथ 20 मुस्लिम महिला पुरुषों ने खजराना गणेश मंदिर में पहुंचकर विधि विधान से हिंदू धर्म अपना लिया. इन लोगों ने प्रशासन को शपथ पत्र भी दिया है जिसमें बताया है कि वे बिना किसी दबाव के हिंदू धर्म अपना रहे हैं.
20 महिला-पुरुष इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में शामिल (ETV Bharat)
इंदौर। मंदसौर के बाद अब इंदौर में भी एक साथ 20 मुस्लिम महिला-पुरुषों ने प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में हिंदू रीति रिवाज और धार्मिक विधि विधान से हिंदू धर्म अपना लिया. इतना ही नहीं सभी ने पहली बार अपने धर्म के परिवर्तन के लिए इंदौर जिला प्रशासन को बाकायदा शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया है, जिसमें उन्होंने सहमति से मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने का संकल्प लिया है.
इंदौर में कई लोगों ने इस्लाम छोड़कर अपनाया सनातन धर्म (ETV Bharat)
20 महिला-पुरुषों ने छोड़ा इस्लाम
इंदौर के चंदन नगर, देवास, सांवेर के अलावा मंदसौर के रहने वाले करीब 20 मुस्लिम महिला पुरुषों ने इस्लाम छोड़ दिया और हिंदू धर्म अपना लिया. विधि विधान से हिंदू धर्म अपनाने के लिए प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर पहुंचे. इनमें करीब 10 महिलाएं बाकी अलग-अलग आयु वर्ग के पुरुष हैं. यहां उन्होंने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की तमाम धार्मिक प्रक्रिया पूर्ण कर अपने नाम भी परिवर्तित कर लिए. मंदिर परिसर में पहले से ही यज्ञ विधान की व्यवस्था की गई थी जहां पहले से ही पुरोहित पूजा के लिए मौजूद थे.
मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की तमाम धार्मिक प्रक्रिया पूर्ण कर अपने नाम भी बदल लिए. इस दौरान उन्होंने बाकायदा शपथ पत्र भी तैयार करवाया. यह शपथ पत्र इन्होंने इंदौर जिला प्रशासन को दिया है. इसमें इन्होंंने लिखा है कि मंदसौर, देवास एवं आसपास के इलाकों के 20 महिला पुरुष इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना रहे हैं. इतना ही नहीं इन सभी के द्वारा जो शपथ पत्र तैयार कराए गए हैं उसमें उनके द्वारा सहमति से बिना किसी दबाव के हिंदू धर्म कबूल करना बताया गया है. विश्व हिंदू परिषद के संतोष शर्मा और सेम पावरी का कहना है कि "मुस्लिम लोग अब सनातन धर्म अपना रहे हैं. किसी दौर में मुगलों ने और औरंगजेब ने हमारे पूर्व की पीढ़ियों को जबरदस्ती इस्लाम कबूल कराया था. यहां 20 मुस्लिम लोगों ने हिंदू धर्म अपना लिया और प्रशासन को शपथ पत्र भी दिया है."