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भारत, श्रीलंका समुद्री संपर्क को मजबूत करने के लिए यात्री नौका सेवा फिर से शुरू करेंगे - ferry service resume - FERRY SERVICE RESUME

India, Srilanka to resume passenger ferry service: भारत और श्रीलंका के बीच संबंध और प्रगाढ़ होने जा रहा है. दोनों देशों के बीच यात्री नौका सेवा फिर से शुरू की जाएगी. इससे दोनों देशों के लोगों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. पढ़ें ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की रिपोर्ट...

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यात्री नौका सेवा (IANS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 6, 2024, 9:46 AM IST

नई दिल्ली: भारत में नागपट्टिनम और श्रीलंका के उत्तरी प्रांत जाफना के पास कांकेसंथुराई (केकेएस) के बीच यात्री नौका सेवा 13 मई को फिर से शुरू होगी. इसे अक्टूबर 2023 में शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई) द्वारा शुरू की गई थी. कोलंबो में भारत के उच्चायोग ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच नौका सेवा एक निजी ऑपरेटर द्वारा प्रदान की जाएगी. इसे श्रीलंका सरकार (GOSL) के परामर्श से एससीआई (SCI) द्वारा चुना गया है.

यात्रियों के लिए सेवा को किफायती और आकर्षक बनाने के लिए भारत सरकार ने नागापट्टिनम बंदरगाह पर प्रासंगिक शुल्क और परिचालन की लागत को लेकर एक वर्ष की अवधि के लिए प्रति माह 25 मिलियन श्रीलंकाई रुपये से अधिक वहन करने का निर्णय लिया है. इसी तरह श्रीलंका सरकार ने यात्री जहाजों द्वारा श्रीलंका पहुंचने वाले यात्रियों से वर्तमान में वसूले जाने वाले एक कर को कम कर दिया है.

यह याद किया जाएगा कि भारत सरकार ने केकेएस हार्बर के पुनर्वास के लिए श्रीलंका सरकार को 63.65 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अनुदान सहायता भी दी है. इसे पहले क्रेडिट लाइन के तहत शुरू करने की परिकल्पना की गई थी. यह श्रीलंका की आर्थिक सुधार के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता और भारत के साथ निकट सहयोग के साथ-साथ प्रगति और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने के अनुरूप है.

भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री संपर्क को मजबूत करना पिछले साल जुलाई में श्रीलंका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान संयुक्त रूप से अपनाए गए आर्थिक साझेदारी के विजन दस्तावेज का एक महत्वपूर्ण घटक था. नौका सेवा की बहाली भारत सरकार की जन-केंद्रित नीतियों की पुष्टि है. अक्टूबर 2023 में सेवा के शुभारंभ के दौरान अपनी टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि कनेक्टिविटी न केवल दो शहरों को करीब लाने के बारे में है बल्कि देशों और उसके लोगों को करीब लाने के बारे में है.

उन्होंने उल्लेख किया कि सितंबर 2023 में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान लॉन्च किए गए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे से श्रीलंका के लोगों को लाभ होगा, क्योंकि हमारे दोनों देशों के बीच मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी मजबूत हुई है. भविष्य में बिजली ग्रिड इंटरकनेक्शन, दो-तरफा बहुउद्देश्यीय पाइपलाइन और भूमि कनेक्टिविटी आर्थिक गलियारे की स्थापना के माध्यम से श्रीलंका के साथ कनेक्टिविटी को और बढ़ाया जाएगा.

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