नई दिल्ली: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू और प्रधानमंत्री मोदी के बीच आज बुनियादी ढांचा विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी पहल चर्चा का मुख्य केंद्र बने हुए हैं. भारत और माले के बीच हस्ताक्षरित प्रमुख समझौतों में से एक मालदीव में हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए रनवे का आभासी उद्घाटन है. यह भारत की ओर से समर्थित एक महत्वपूर्ण परियोजना है.
सोमवार को एयरपोर्ट के अलावा भारत ने ग्रेटर मेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट पर भी काम तेज करने का ऐलान किया है. एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा कि आज, हमने पुनर्विकसित हनीमधु हवाई अड्डे का उद्घाटन किया है. अब ग्रेटर 'माले' कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट में भी तेजी लाई जाएगी, थिलाफुशी में एक नए वाणिज्यिक बंदरगाह के विकास में भी सहायता प्रदान की जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आज, भारत के सहयोग से निर्मित 700 से अधिक सामाजिक आवास इकाइयां सौंपी गई हैं. भारत ने मालदीव में हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार और विकास के लिए धन उपलब्ध कराया है. इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाना और पर्यटन को बढ़ावा देना है.
यह सहयोग बुनियादी ढांचे के विकास और क्षेत्रीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत और मालदीव के बीच मजबूत होते संबंधों को दर्शाता है. हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा मालदीव में स्थित है. यह मालदीव को विभिन्न गंतव्यों से जोड़ते हुए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानें प्रदान करता है. अधिक यात्रियों को समायोजित करने और सेवाओं को बढ़ाने के लिए हवाई अड्डे ने हाल ही में विस्तार देखा है.
भारत ने मालदीव में स्थित हनीमाधू में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह पहल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है. भारत ने हवाई अड्डे के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है, जो मालदीव में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.