नई दिल्ली :महाराष्ट्र में बढ़त को देखते हुए I.N.D.I.A ब्लॉक 17 मई को राजधानी मुंबई में एक मेगा रैली करेगा, जहां कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे और एनसीपी-एसपी के शरद पवार उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेंगे.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आप के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो जमानत पर हैं, उनको भी रैली में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. रैली को सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करार दिया जा रहा है.
एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया, 'मुंबई महाराष्ट्र का हृदय है और भीषण युद्ध भूमि भी. विपक्ष 17 मई को मुंबई में एक बड़ी रैली करेगा. विपक्षी गठबंधन मुंबई की सभी छह सीटें जीतेगा क्योंकि वह पिछले चार चरणों में राज्य के बाकी हिस्सों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.'
2022 के बाद से मुंबई में पार्टी के संस्थापक और दिग्गज दिवंगत बाला साहेब ठाकरे की विरासत के लिए शिवसेना के दो गुटों, एक का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दूसरे का नेतृत्व उद्धव ठाकरे के बीच हो रहा है.
भाजपा ने 2022 में सेना से अलग होकर अलग हुए धड़े के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया, जिसके कारण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता से बाहर हो गई, जो 2019 में सत्ता में आई थी जब सेना लंबे समय से सहयोगी भाजपा से अलग हो गई थी. एमवीए बनाने के लिए कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी एक साथ आए थे.
2023 में बीजेपी ने एनसीपी को तोड़ दिया और अलग हुए गुट के नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बना दिया. कुल छह में से कांग्रेस मुंबई, उत्तर मध्य और उत्तर में दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सेना यूबीटी चार सीटों मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम सीटों पर लड़ रही है. तीन सीटों पर शिवसेना के दोनों गुटों के बीच सीधी टक्कर है.