तुमकुर : कर्नाटक के तुमकुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक कम उम्र की लड़की को उसके रिश्तेदारों ने महज 15 हजार रुपये के लिए बंधुआ मजदूर के तौर पर कर्जदार को सौंप दिया. इस बात का खुलासा तब हुआ जब कुछ दिनों बाद लड़की की मां ने अपनी बहन से अपनी बच्ची के बारे में खोज खबर ली.
जानकारी के मुताबिक, तुमकुर की रहने वाली नाबालिग कुछ दिन पहले अपनी मौसी के घर आई थी. दरअसल, उसकी मौसी को हाल ही में एक बच्चा हुआ, तो उसने अपनी बड़ी बहन को फोन करके कहा कि वह अपनी लड़की को कुछ दिनों के लिए उसके पास छोड़ जाए. जिसके बाद नाबालिग के पिता ने अपनी बेटी को अपनी साली के घर छोड़ चले गए. कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन बाद में कर्जदार से परेशान होकर, नाबालिग की मौसी, उसके सास और ससुर ने मिलकर उसे पैसे मांगने आए आंध्र प्रदेश के एक कर्जदार को सौंप दिया.
बता दें, नाबालिग की मौसी, उसके सास और ससुर के उपर 15 हजार रुपये का कर्ज था और वे इसे चुका नहीं पा रहे थे. इसलिए उन्होंने बच्ची को कर्जदार को सौंप दिया और कहा जबतक कर्ज नहीं उतर जाता, तबतक बच्ची कर्जदार के यहां काम करेगी. वहीं, इस मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ दिनों बाद लड़की की मां ने अपनी बहन को फोन करके बेटी को वापस भेजने के लिए कहा. जिसके बाद बहन और उसके परिवार ने कहा कि वे एक महीने बाद लड़की को भेज देंगे. लेकिन एक महीने बाद भी बच्ची को नहीं भेजा गया. इसलिए नाबालिग की मां सीधे आंध्र प्रदेश गई और इस बारे में पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई.
जिसके बाद कुमार मजदूर संघ के मोहन और नारायण की मदद से पुलिस बच्ची की तलाश में आंध्र प्रदेश गई और नाबालिग को वापस लाने में कामयाब रही। इस संबंध में महिला ने तुमकुर नगर थाने में अपनी बहन की सास और ससुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इस पर टिप्पणी करते हुए तुमकुर के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के उप निदेशक बसवराज ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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