मुंबई : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए विकलांगता प्रमाणपत्र में जालसाजी करने के आरोपों की जांच के बीच प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मंगलवार को महाराष्ट्र में ट्रेनिंग रोक दी गई. उन्हें 23 जुलाई तक मसूरी लौटने का आदेश दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने प्रमाणपत्र विवाद में फंसीं आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से भी मुक्त कर दिया है.
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (पी) नितिन गद्रे ने मंगलवार को पूजा खेडकर को लिखे एक पत्र में कहा कि उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) ने आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का फैसला किया है.
पूजा खेडकर पर पद के दुरुपयोग के साथ विकलांगता और ओबीसी प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा करने का आरोप है. दावा किया गया है कि खेडकर ने कथित तौर पर सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए फर्जी विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र जमा किए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने मानसिक बीमारी का प्रमाणपत्र भी जमा किया था. अप्रैल 2022 में, पूजा को अपने विकलांगता प्रमाणपत्र के सत्यापन के लिए दिल्ली एम्स में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, लेकिन कोविड-19 संक्रमण का हवाला देते हुए वह सत्यापन में शामिल नहीं हुईं.