हैदराबाद:पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर एक संगठित वेश्यावृत्ति और तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो हाईटेक सिस्टम में ऑर्गेनाइज्ड वेश्यावृत्ति का धंधा चला रहा था.
मामले में दो आयोजकों, तीन उप-आयोजकों, एक ग्राहक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने छह महिला पीड़ितों को बचाया है. आरोपियों की पहचान के विजय शेखर रेड्डी (49), अर्कोजीत मुखर्जी (30), वेणुगोपाल बालाजी (50) और किलारू कीर्ति तेजा (29) और एक महिला के रूप में हुई है. सभी हैदराबाद के अलग-अलग इलाकों के निवासी हैं.
विजय शेखर रेड्डी और एक महिला को वेश्यावृत्ति और तस्करी गिरोह का मास्टरमाइंड बताया गया है. आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की मूल निवासी महिला पहले भी इसी तरह के मामलों में संलिप्त रही है.
पुलिस की ओर से दी कई जानकारी के मुताबिक, 2020 में रचाकोंडा पुलिस ने इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए उस महिला के खिलाफ पीडी एक्ट लगाया था. पुलिस ने कहा कि वर्तमान मामले में महिला और विजया शेखर रेड्डी पैसे और नौकरी का झांसा देकर आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और अन्य राज्यों से युवतियों को हैदराबाद बुलाते थे. फिर उनसे वेश्यावृत्ति कराते थे.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक शेखर रेड्डी ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों का डेटाबेस बना रखा था. शेखर रेड्डी ग्राहकों का डेटा एक ऐप में रखता था. उसके आधार पर युवतियों को ग्राहकों की ओर से बताए गए इलाकों और होटलों में ले जाया जाता था. वहीं, आरोपी महिला क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से पैसे लेती थी. टास्क फोर्स की डीसीपी साधना रश्मि पेरुमल ने गुरुवार को मीडिया के सामने इस बारे में जानकारी दी.