हैदराबाद:केंद्रीय जांच ब्यूरो CBI ने बैंक धोखाधड़ी मामले में 20 साल से फरार घोषित अपराधी वी चलपति राव को गिरफ्तार किया है, जिसे कुछ साल पहले यहां की एक अदालत ने मृत घोषित कर दिया था. CBI की ओर से सोमवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि वी चलपति राव बार-बार अपनी पहचान और स्थान बदलकर गिरफ्तारी से बचता रहा. हालांकि अब वह पुलिस की गिरफ्त में है.
बता दें, केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने एक मई 2002 को SBI हैदराबाद से 50 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में चलपति राव के खिलाफ केस दर्ज किया था. उस समय आरोपी हैदराबाद में एसबीआई चंदूलाल बिरादरी शाखा में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करता था, उस पर आरोप था कि उसने अपने परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों के नाम पर बनाए गए इलेक्ट्रॉनिक दुकानों के फर्जी कोटेशन और फर्जी वेतन प्रमाण पत्र के आधार पर बैंक से 50 लाख रुपये की ठगी की.
बैंक से धोखाधड़ी मामले को लेकर हैदराबाद सीबीआई विभाग ने 31 दिसंबर, 2004 को आरोप पत्र दायर किया था. तब से लेकर आरोपी लापता है. जिसके बाद उसकी पत्नी ने लापता होने के सात साल बाद उसे मृत घोषित करने के लिए सिविल कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसके बाद साल 2013 में चलपथ राव को मरा हुआ घोषित कर दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, इस दौरान आरोपी लगातार अपने ठिकाने, संपर्क नंबर और पहचान बदलता रहा. हालांकि, सीबीआई ने लगातार सुराग तलाशे और आखिरकार उसे तमिलनाडु के एक गांव से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई द्वारा जुटाई गई जानकारी के अनुसार, आरोपी सलेम भाग गया था और 2007 में अपना नाम बदलकर एम. विनीत कुमार नाम से एक महिला से शादी कर ली थी. इसके साथ आधार नंबर भी हासिल कर लिया था. उसकी दूसरी पत्नी के जरिए सीबीआई को जानकारी मिली कि आरोपी अपनी पहली शादी से हुए बेटे के संपर्क में था.